बिहार। जैसा की सभी को पता है कि बिहार राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सभी राजनीतिक पार्टीयों ने गंठबंधन भी कर लिया और चुनाव प्रचार में बढ़-चढ़कर सभी नेता हिस्सा ले रहे हैं। इस समय सभी नेता एक-दूसरी पार्टी पर जमकर तंज कस रहे हैं। इतना ही बिहार की जनता से नए-नए वादे भी किए जा रहे हैं। इसी चुनावी रण में कन्हैया कुमार ने भी अपनी एंट्री कर दी है। जिसके बाद कन्हैया कुमार ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि इस बार पूर्व में जिस तरह चुनाव नतीजों के बाद रिसोर्ट-रिसोर्ट का खेल खेला जाता है और विधायको की खरीद-फिरोख्त की जाती है। वह इस बार किसी भी कीमत पर नहीं करने दिया जाएगा।
बता दें कि इस बिहार में चुनावी माहौल गर्माया हुआ है। सभी राजनीतिक पार्टीयां जीतने की चाहत में पूरी लग्न से चुनाव में लगे हुए हैं। इसी बीच जेएनयू के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सह सीपीआई नेता कन्हैया कुमार बेगूसराय जिले के खोदावंरपुर में राजद उम्मीदवार राजवंशी महतों के समर्थन में शुक्रवार को प्रचार किया। जिसके चलते उन्होंने कहा कि इस बार आर-पार की लड़ाई है और यह चेहरे की लड़ाई नहीं बल्कि नीति और नियत की लड़ाई है। इसी के साथ आगे उन्होंने कहा कि इस बार किसी भी कीमत पर विधायको की खरीद-फिरोख्त नहीं की जाएगी और लोकतंत्र की रक्षा की जाएगी। कन्हैया ने कहा कि इस बार महागठबंधन के पांच पांच सहयोगी ‘पाडंव‘ सरकार को उखाड़ फेंकने में सक्षम हैं और जनता सरकार की दोहरी नीति को इस बार पूरी तरह सबक सिखाएगी।
इसी के साथ-साथ कन्हैया ने कोरोना काल में बाहर रहने वाले मजदूरों को कितनी जिल्लत भरी जिंदगी जीनी पड़ी। यह बिहार की जनता अभी तक नहीं भूली है। इसी के साथ आगे कहा कि यह चुनाव बिहार को बचाने और अपना भविष्य सवांरने का चुनाव है। इसी के साथ केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अभी के माहौल में जो कमीशन और परमिशन का जो खेल खेला जा रहा है उसे पूरी तरह से जनता देख रही है। कन्हैया इतना सब कहने बाद भी नहीं रूके और गरजते हुए कहा कि कोराना काल में केंद्र सरकार द्वारा बत्तियां बुझाई गई, थाली पीटे गए, लेकिन उससे कोई हल नहीं निकला। जिसके बाद कहा आम जनमानस को विकास चाहिए और सरकार का यही नारा भी होना चाहिए। बिहार का राजनीतिक दंगल अभी खत्म नहीं हुआ है। बल्कि यह लगातार बढ़ रहा है।