नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में रविवार को हुए आतंकी हमले में भारत ने सीधे तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है तो वहीं पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने भारत के आरोपो को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत का ये इतिहास रहा है कि वो किसी भी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को इसका जिम्मेदार ठहराता है। इसके साथ ही जकारिया ने कहा हमने हमेशा भारत से ठोस सबूत मांगें हैं लेकिन वो उसे देने में नाकाम रहा है और वो बिना जांच के हम पर आरोप लगा रहा है।
दरअसल, रविवार को उरी में हुए आतंकी हमले से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए हुई आपात बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, पाकिस्तान एक आतंकी देश है, उसे इसी पहचान के साथ अलग-थलग किया जाना चाहिए। आतंकवाद को पाकिस्तान सीधे तौर पर बढ़ावा दे रहा है जिससे मुझे बहुत निराशा है। इस बारे में ठोस और निष्कर्षात्मक संकेत हैं कि उरी हमले को अंजाम देने वाले काफी प्रशिक्षित और विशेष हथियारों से लैस थे।
पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के आतंकियों ने जम्मू एवं कश्मीर के उरी में रविवार सुबह ब्रिगेड मुख्यालय के पास एक सैन्य शिविर पर हमला किया, जिसमें 17 जवान शहीद हो गए। हमला रविवार सुबह 5.30 बजे हुआ, जब आतंकवादियों ने उरी कस्बे के पास सेना की 12 ब्रिगेड के मुख्यालय के निकट एक सैन्य शिविर को निशाना बनाया। सेना के अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों और जवानों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई, जो करीब ढाई घंटे चली।