इस्लामाबाद। पाकिस्तान में हाफिज सईद की रिहाई को लेकर जश्न मनाया जा रहा है। हाफिज की रिहाई पर पूरे पाकिस्तान में जश्न का माहौल है। लोग एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर खुशियां बांट रहे हैं। नजरबंदी से बाहर आकर हाफिज ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा कि कश्मीर को लेकर भारत से हमारी जंग जारी रहेगी। बीते बुधवार को लाहौर हाईकोर्ट ने हाफिज सईद को रिहा करने के आदेश दिए थे। इसके बाद बीते गुरूवार को उसे रिहा कर दिया गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिहाई के बाद हाफिज ने कहा कि मुझे 10 महीने इस लिए कैद रखा गया ताकि कश्मीर को लेकर मेरी आवाज दबा दी जाए।
बता दें कि आगे हाफिज ने कहा कि लेकिन मैं डर कर पीछे नहीं हटूंगा में कश्मीर और कश्मीरियों के लिए लड़ता रहूंगा। कश्मीर के लिए मैं पूरे पाकिस्तान से लोगों को इकट्ठा करता रहूंगा और हमारी कोशिश रहेगी कि हम कश्मीर को आजाद कराने में कामयाब रहे। सईद का कहना है कि मुझे इस बात की खुशी है कि मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हो सका। लिहाजा हाईकोर्ट के तीन जजों ने मेरी रिहाई का ऑर्डर दिया।
वहीं हाफिज सईद का कहना है कि भारत मुझपर आधारहीन आरोप लगाता रहा है और कोर्ट मेरी बेगुनाही साबित करता है। मुझे अमेरिका के दबाव में नजरबंद किया गया। इसके लिए भारत सरकार ने अमेरिका से विनती की थी। हाफिज के इस बयान और उसकी रिहाई पर भारत का कहना है कि हाफिज की रिहाई एक आतंकवादी को मुख्यधारा में लाने की पाकिस्तान की कोशिश है, जिसे यूनाइटेड नेशन्स ने बैन किया है। पाक के इस कदम से साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान आतंकियों को सजा देने को लेकर संजीदा नहीं है और उसके देश का ढांचा ऐसे आतंकियों को सुरक्षा और सहयोग मुहैया कराता है। आतंकियों पर पाकिस्तान ने अपनी पॉलिसी नहीं बदली है और उसका असली चेहरा अब सभी देख रहे हैं।