इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने जम्मू एवं कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद वहां भड़के विरोध के स्वरों के बीच एक बार फिर कश्मीर समस्या के समाधान के लिए एक ‘निष्पक्ष जनमत संग्रह’ का राग अलापा है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुहान वानी और ‘कई अन्य निर्दोष कश्मीरियों’ की ‘न्यायेतर हत्या’ से कश्मीरियों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है। मंत्रालय ने कहा है, “जम्मू एवं कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार की मांग को दरकिनार नहीं किया जा सकता।”
बयान में कहा गया है कि कश्मीर समस्या का समाधान संयुक्त राष्ट्र के प्रावधानों के अनुसार, लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार देकर ही किया जा सकता है।