नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं गणतंत्र दिवस के मौके पर अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद की नींव रखी गई। जिसके चलते मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसी बीच दक्षिण राज्य कर्नाटक के बीदर इलाके में सेव कॉन्स्टिटूशन सेव इंडिया के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ओवैसी ने अयोध्या में बनने वाली मस्जिद को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर कोई अयोध्या की मस्जिद में नमाज पढ़ता है तो वह हराम मानी जाएगी। जिसके चलते ओवैसी के इस विवादित बयान के बाद इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के अतहर हुसैन समेत कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अपनी नाराजगी जताई है।
अयोध्या की मस्जिद इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ- ओवैसी
बता दें कि ओवैसी आए दिन अपने विवादित बयानों के चलते चर्चाएं में बने रहते है। ओवैसी किसी न किसी मुद्दे को लेकर विवादित बयान देते रहते हैं। जिसके बाद विपक्षी दलों द्वारा उन्हें घेरा जाता है। इसी बीच आज ओवैसी ने क्षिण राज्य कर्नाटक के बीदर इलाके में सेव कॉन्स्टिटूशन सेव इंडिया के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ओवैसी ने अयोध्या में बनने वाली मस्जिद इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसलिए उसे मस्जिद नहीं कहा जा सकता। ओवैसी यहीं नहीं रूके, इसके आगे उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिद के निर्माण के लिए डोनेशन देना और वहां नमाज पढ़ना दोनों ही हराम हैं। इसके साथ ही ओवैसी ने आगे कहा कि मुनाफिकों की जमात जो बाबरी मस्जिद के बदले पांच एकड़ ज़मीन पर मस्जिद बनवा रहे हैं, वो मस्जिद नहीं बल्कि मस्जिद-ए-जीरार है।
लव जिहाद को लेकर ओवैसी ने केंद्र पर साधा निशाना-
इसके साथ ही ओवैसी ने कार्यक्रम के दौरान लव जिहाद को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, बाबासाहेब अंबेडकर और मौलाना आजाद के देश में लव जिहाद पर कानून पारित किया गया। कानून के विपरीत कानून बनाकर संविधान को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है।