उत्तराखंड में पहली जैविक मंडी जल्द ही बनाई जाएगी। इसके लिए FTI रोड स्थित उत्तर प्रदेश स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीयल कारपोरेशन की करीब ढाई एकड़ जमीन को चयनित किया गया हैं। इसकी लागत करीब 7 करोड़ रूपए प्रस्तावित हैं। इस मंडी में फूलों की खेती के साथ ही किसान सुविधा केंद्र व हाट बाजार भी बनाया जायेगा। उत्तराखंड के अभी उत्पाद इस मंडी में उपलब्ध रहेंगे।
जैविक खेती को मिलेगा बढ़ावा
प्रदेश में जैविक मंडी खुलने से जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। जैविक खेती करने वाले किसानों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही जैविक फसलों का किसानों को सही दाम मिल सकेगा। यहा सिर्फ जैविक उत्पादों का ही कारोबार होगा। इसके बनने से रोजगार के अवसर बढेंगे।
कीटनाशकों के प्रयोग में आएगी कमी
जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा तो प्रदेश में फसलें, सब्जियां, फल उगाने या बचाने के लिए रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग न के बराबर होगा। जो कि स्वास्थ्य के लिए से बेहतर साबित होगा। किसानों को उनके उत्पादों को संरक्षित करने की दिशा में यह बेहतर कदम साबित होगा।
किसान सुविधा केंद्र के फायदे
मंडी समिति के सचिव विश्वविजय सिंह देव के मुताबिक जैविक मंडी में किसान सुविधा केंद्र खोले जाने की भी योजना हैं। जिससे पहाड़ और अन्य राज्यों के किसानों के बीच समन्वय स्थापित होगा। इसके अलावा किसानों को पहले की तरह फल, सब्जियों के उत्पादन को सीखने के लिए दूसरे प्रदेशों में नहीं जाना पड़ेगा।
सीएम 26 को करेंगे शिलान्यास
उत्तराखंड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड के अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने बताया कि 26 अक्टूबर को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत हल्द्वानी में खुलने जा रही प्रदेश की पहली जैविक मंडी की भूमि पर शिलान्यास करेंगे। प्रदेश में जैविक मंडी होने से किसानों को बड़ा लाभ मिलेगा।
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