लखनऊ। बीजेपी सांसद सावित्री बाई फूले ने आरक्षण को लेकर अपने ही सरकार के खिलाफ शंकनाद कर दिया है। फुले ने नमो बुद्धाय जन सेवा समिति के तत्वधान में रविवार को राजधानी के कांशीराम स्मृति उपवन में आयोजित रैली में सावित्री बाई फुले ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि मैं सांसद रहू या न रहूं, लेकिन आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं हो दूंगी। ये मुझे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है।
फुले ने आरक्षण को बाबा साहेब भील राव अंबेडकर और सविंधान की देन बताते हुए कहा कि ये प्रतिनिधित्व का मामला है। इसे भीख कहना संविधान का अपमान है। आपको बता दें कि सावित्री बाई उत्तर प्रदेश के बहराइच संसदीय क्षेत्र से बीजेपी की दलित सांसद हैं। इससे पहले भी वो अपनी ही पार्टी के नेताओं पर आरक्षण को लेकर कई गंभीर आरोप लगा चुकी है और इस बार उन्होंने सीधा सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है।
पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह रैली बीजेपी सरकार और संगठन के खिलाफ नहीं है। उनका मुद्दा सिर्फ आरक्षण है। केंद्र सरकार की नीतियों के चलते पिछड़ा और दलित समाज खतरे में है। इस दौरान उन्होंने प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण का मुद्दा भी उन्होंने उठाया। माना जा रहा है कि सावित्री बाई फुले केंद्र सरकार या संगठन में महत्व चाहती हैं। काफी इंतजार के बाद भी ऐसा नहीं हुआ तो उन्होंने आरक्षण को मुद्दा उठाकर अप्रत्यक्ष तरीके से सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।