वाराणसी: शिव की नगरी काशी में महाशिवरात्रि के उत्सव के चलते कोना-कोना भक्ति से भरा हुआ है। हर कोई महादेव दर्शन के लिए बाबा विश्वनाथ धाम पहुंच रहा है। ऐसे में सभी अपने तरीके और भाव से भोलेनाथ को प्रसन्न करने का प्रयाय कर रहे हैं।
शिव भक्तों की टोली बनी मुख्य आकर्षण
शिव भक्तों की यह टोली काशी के लोगों की ही है, ये सभी महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा के मंदिर के क्षेत्र के लगभग 5 किलोमीटर के दायरे में भ्रमण करते हैं। ऊं नमः शिवाय मंत्र के साथ ढोल-मजीरे की आवाज से काशी का कोना कोना गुंजायमान करते जाते हैं। भक्ति का ऐसा रस काशी में बहता है, मानो जैसे भगवान शिव मां पार्वती के साथ इन भक्तों को खुद आशीर्वाद दे रहे हों।
लाखों की संख्या में उमड़ी भीड़
महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी में श्रद्धालुओं की भीड़ लाखों की संख्या में हुई है, मंगल आरती से शुरू हुआ बाबा विश्वनाथ का दर्शन लगातार जारी है। सुबह से हजारों भक्त बाबा का जलाभिषेक कर चुके हैं और कई अपनी बारी के इंतजार में हैं।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर देर रात से ही भोलेनाथ के दर्शन को शिवभक्तों का जान सैलाब शिवालयों में उमड़ता हुआ दिखाई दिया। वाराणसी के कई प्रसिद्ध मंदिरों में भक्त लंबी कतार में लगकर महादेव के दर्शन कर रहे हैं। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर, मारकंडेय महादेव, रामेश्वर मंदिर, विश्वनाथ मंदिर बीएचयू और महामृत्युंजय मंदिर यहां के कुछ बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर हैं।
लगातार 48 घंटे खुला रहेगा मंदिर
दूरदराज से आने वाले भक्तों को किसी तरह की दिक्कत का सामना ना करना पड़े। इसके लिए प्रशासन ने पूरा इंतजाम किया है, साथ ही मंदिर परिसर लगातार 48 घंटे तक खुला रखा जाएगा, जिससे सभी भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर सकें।
भक्तों ने देर रात्रि से पूजन अर्चन शुरू कर दिया था, पंचकोशी यात्रा करके मणिकर्णिका घाट से गंगाजल भरकर महादेव का जलाभिषेक हो रहा है। सभी पंचकोशी यात्रियों को बिना कतार के दर्शन कराया जा रहा है, जिससे उन्हें और लंबा इंतजार ना करना पड़े।