श्रीनगर। काश्मीर में हो रही हलचल से नेताओं के दिलों की धड़कनें बढ़ रहीं हैं और देखना यह है कि क्या आखिर भारत सरकार के द्वारा की जाने वाली अग्रिम कार्रवाई से उन्हें बड़ा फर्क पड़ता है या फिर नहीं। उमर अब्दुल्ला ने घाटी में अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजने एवं यात्रियों को वापस बुलाने वाले फरमान पर आशंका जताते हुए कहा है कि भारत सरकार कुछ तो बड़ी कार्रवाई करने जा रही है।
उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को श्रीनगर के राजभवन में राज्यपाल सत्य पाल मलिक से मुलाकात की। इससे पहले राज्य में एक एडवाइजरी जारी की गई थी। इसमें कहा गया था कि अमरनाथ यात्री अपनी यात्रा के दौरान प्रवास के समय को कम करें. कहा गया है कि कश्मीर में आतंकी खतरे के लिए ख़ुफ़िया रिपोर्ट है। अब्दुल्ला के राज्यपाल से मिलने के कुछ घंटे पहले सरकार ने सुरक्षा चिंताओं के कारण किश्तवाड़ जिले में मचैल यात्रा स्थगित कर दी।
अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, “हम जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति के बारे में जानना चाहते थे. जब भी हम सच्चाई जानने की कोशिश करते हैं हमें कोई जवाब नहीं मिलता है। जब हम अधिकारियों से पूछते हैं, तो वे कहते हैं कि कुछ हो रहा है, लेकिन कोई नहीं जानता कि वास्तव में क्या हो रहा है।”