नई दिल्ली। आतंकवादी संगठन ने पूरी दुनिया में आतंकवादी वारदात को अंजाम देने के लिए जो लोन वुल्फ अटैक की नई रणनीति अपनाई है। उसका भारत पर कोई असर नहीं होगा। क्योंकि भारत के एनएसजी कमांडोज आतंकवाद की इस नई नीति से निपटने के लिए तैयारियों में जुटे हैं। पश्चिमी देशों में आतंकवाद की कुछ नई वारदाते अंजाम दी जा रही हैं जैसे वहानों से लोगों को कुचल कर मार देना या उन पर चाकू से हमला कर देना। एस तरह की घटनाएं ज्यादा बढ़ गई हैं। जिसे देखते हुए भारत ने इस तरह के हमलों से निपटने के लिए एनएसजी कमांडोज को स्पेशल ट्रेनिंग दी जा रही है। ताकि इस तरह की गतिवीधियों से निपटा जा सके।

बता दें कि सूत्रों का कहना है कि किसी अकेले आतंकी द्वारा बिना खर्च किए किसी भीड़-भाड़ वाली जगह में इस तरह का लोन वुल्फ अटैक कहीं अधिक खतरनाक है। फ्रांस के नीस में हाल ही में इसी तरह के आतंकी वारदात को अंजाम दिया गया, जब एक आतंकवादी ने भीड़ से भरे बाजार में छुट्टियां मना रहे लोगों पर ट्रक चढ़ा दी। इस आतंकी हमले में 86 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 100 से अधिक घायल हुए थे।
वहीं भारत में अमूमन इस तरह के हमलों से निपटने के लिए ब्लैक कैट कमांडोज को ट्रेन किया जाता है। इस आतंकवाद-रोधी फोर्स के जवानों को कई देशों की सेनाएं ट्रेनिंग देती हैं। सुरक्षाबलों ने फ्रांस और जर्मनी में हाल के दिन में हुए इस तरह की लोन वुल्फ अटैक घटनाओं और लंदन ट्यूब में विस्फोटक रखे जाने की घटनाओं का अध्ययन किया। NSG के एक सीनियर ऑफिसर ने बताया कि अकेले आतंकवादी द्वारा चाकू से हमला करना या ट्रक चढ़ा देने जैसे आतंकवादी हमलों की गंभार संभावनाएं हैं, क्योंकि पूरी दुनिया में यह तेजी से हो रहा है। हम इससे निपटने के लिए अपनी तकनीक खुद इजाद कर रहे हैं, साथ ही दूसरे देशों के सुरक्षाबलों की भी मदद ले रहे हैं कि कैसे इस तरह के हमले से बेहतर तरीके से निपटा जा सके।