प्योंगयांग। दुनिया को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम-जोंग-उन के एक बयान की काफी तारीफ हो रही है। अमेरिका को धमकी देते हुए न्यूक्लियर बटन दबाने का दम भरने वाले जोंग ने नरम रुख अख्तियार कर लिया है। दरअसल तानाशाह ने उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के साथ उच्च स्तरीय बैठक के प्रस्ताव को मान लिया है। इस मामले को लेकर दक्षिण कोरिया के एक अधिकारी ने कहा कि उत्तर कोरिया ने फैक्स भेजकर बातचीत का प्रस्ताव स्वीकार करने का संदेश दिया है। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच नौ जनवरी को बैठक होगी और ये कोरियाई प्रायद्वीप को विभाजित करने वाले विसैन्यीकृत क्षेत्र स्थित संघर्षविराम गांव पनमुनजोम में संपन्न होगी।
मंत्रालय के प्रवक्ता बाएक ताए हुआन ने संवाददाताओं से कहा कि एजेंडे में प्योंगचांग ओलंपिक और अंतरकोरियाई संबंधों में सुधार का मुद्दा शामिल होगा। उत्तर कोरिया द्वारा कई आईसीबीएम और उसके छठे परमाणु परीक्षण समेत 2017 में कई मिसाइल प्रशिक्षण करने से तनाव बढ़ गया है। नए साल के मौके पर दिए गए अपने भाषण में किम ने कहा था कि वह दक्षिण कोरिया के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं और फरवरी में होने वाले विंटर ओलंपिक में दल भेजने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने दक्षिण कोरिया को सलाह दी थी कि दोनों कोरियाई देशों के अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने के लिए तुरंत मिलना चाहिए।
किम के इस बयान का स्वागत करते हुए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन ने कहा था कि वह तो पहले से ही कहते आ रहे हैं कि ओलंपिक खेल दोनों देशों के बीच शांति कायम करने के लिए एक ऐतिहासिक मौका हो सकता है। इसके साथ ही दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के सामने बातचीत का प्रस्ताव रखा। उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच सकारात्मक पहल की शुरुआत भी हो चुकी है।