लखनऊ: सरकारी स्कूल के सभी बच्चे इस खबर से काफी खुश हो जाएंगे। उत्तर प्रदेश सरकार कक्षा 8 तक के सभी भक्तों की वार्षिक परीक्षा इस बार नहीं मिलती। इन्हें अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा।
कोरोना महामारी के चलते लिया गया निर्णय
कोरोना का प्रभाव शिक्षा पर भी बहुत ज्यादा पड़ा है। लंबे समय से छात्र-छात्राएं विद्यालय नहीं जा पाए। कुछ जगहों पर ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से दोबारा शिक्षा व्यवस्था को शुरू करने की भी कोशिश की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी उतनी मजबूत और बेहतर नहीं है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने कक्षा 8 तक की वार्षिक परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया है।
कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों को राहत
इस नए परिवर्तन का फायदा कक्षा 1 से लेकर 8 तक के छात्रों को मिलेगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इन सभी की वार्षिक परीक्षाओं को एक असेसमेंट के आधार पर लेने का फैसला किया है। इसी प्रदर्शन को देखते हुए छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। शैक्षणिक सत्र 2020-21 में कई महीनों तक शिक्षण कार्य पूरी तरह से प्रभावित रहा।
प्रेरणा ज्ञान उत्सव के माध्यम से होगा असेसमेंट
नई कक्षा में प्रमोट करने के लिए असेसमेंट प्रेरणा ज्ञानोत्सव के आधार पर किया जाएगा। इसमें छात्रों की पढ़ने और सीखने की क्षमता का आकलन किया जाएगा। इस श्रेणी में उत्तर प्रदेश के लगभग एक करोड़ 60 लाख विद्यार्थी आएंगे, जिन्हें इस बार प्रमोट किया जाएगा। सत्र 2019-20 में भी छात्रों को प्रमोट करके ही अगली कक्षा में भेजा गया था।
100 दिन का कार्यक्रम प्रेरणा ज्ञानोत्सव के माध्यम से चला जाएगा। अलग-अलग कक्षाओं के आधार पर छात्रों का एसेसमेंट किया जाना है। इसी की रिपोर्ट के आधार पर अगली कक्षा में छात्रों का प्रमोशन होगा।