फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में बेसिक शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां शिक्षा विभाग ने 50 फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है।
जिले में बर्खास्त किए गए शिक्षकों में सबसे ज्यादा शिक्षक शिकोहाबाद तहसील के हैं। शिक्षा विभाग दो दिन के अंदर इन फर्जी बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएगा। ये सभी फर्जी शिक्षक जल्द ही जेल भेजे जाएंगे। जिले में इससे पहले भी 57 फर्जी शिक्षक बर्खास्त किए जा चुके हैं।
आगरा यूनिवर्सिटी से बनवाई थी फर्जी डिग्री
जानकारी के मुताबिक, इन शिक्षकों ने आगरा यूनिवर्सिटी से 2004/2005 में पैसे देकर बीएड के फर्जी डिग्री खरीदी थी। शिक्षक नेता व अन्य कॉलेजों में नौकरी कर रहे शिक्षकों ने अपनी पत्नी, बहन, साली, सास आदि अन्य रिश्तेदारों की फर्जी डिग्री बनवाई थी और उसी से बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी पाई थी।
इन फर्जी शिक्षकों ने शिक्षा विभाग को अब तक लाखों का चूना लगाया है। शिकोहाबाद नगर के दूधिया, टेलर, कपड़ा बेचने वाले, परचून की दुकान करने वाले, खेत में मजदूरी का काम करने वाले लोगों ने भी पैसे देकर फर्जी डिग्री बनवाकर नौकरी पाई थी। यही नहीं, इन लोगों ने अपनी पत्नियों की भी फर्जी डिग्री बनवाकर विभाग में नौकरी लगवाई थी।
जांच अधिकारियों के साथ फर्जी शिक्षकों सेटिंग
फिरोजाबाद के शिकोहाबाद में सबसे ज्यादा फर्जी शिक्षक व फर्जी शिक्षिकाएं हैं। बीएसए अरविंद पाठक ने फर्जी शिक्षका कुसुमलता पत्नी उपेंद्र कुमार को बर्खास्त किया। कुसुमलता की यूनिवर्सिटी सहित बेसिक शिक्षा विभाग में गहरी पैठ थी। कुसुमलता सहित अन्य फर्जी शिक्षकों के खिलाफ दो दिन के अंदर रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। इससे पहले भी फर्जी शिक्षकों पर एफआइआर हो चुकी है। मगर, जांच अधिकारियों के साथ इन फर्जी शिक्षिकों को सेटिंग होने के कारण छह माह से ज्यादा होने के बावजूद अभी तक चार्जशीट नहीं लगाई गई है।
वहीं इस मामले में शिकोहाबाद क्षेत्राधिकारी खनेड़ा ने बताया कि, ‘जिन फर्जी शिक्षिक-शिक्षिकाओं पर पहले रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है, उनके मामले में एक सप्ताह के अंदर चार्जशीट दाखिल कर गिरफ्तारी की जाएगी। चाहे वो कितना भी प्रभावशाली क्यों ना हो।’