नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन तोड़ कर बीजेपी के साथ दोबारा सरकार बनाने वाले बिहार सीएम नीतीश कुमार की नई कैबिनेट की छवी ज्यादा साफ सुथरी नहीं हैं। चुनाव वाचडॉग संस्था द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक नीतीश कुमार की कैबिनेट में 76 फीसदी मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। नीतीश की सरकार में उनके कैबिनेट मंत्रियों में 76 फीसदी मंत्रियों पर अपराध के दाग लगे हैं। उनपर अपराधिक मामले दर्ज हैं।
बता दें कि इसमें दिलचस्प बात तो ये है कि नीतीश और लालू की महागठबंधन वाली कैबिनेट में 19 मंत्री यानी 68 फीसदी मंत्रियों पर आरोप लगे थे। लेकिन नीतीश कुमार की इस कैबिनेट में 22 दागी मंत्रियों में से 9 मंत्रियों ने अपने ऊपर गंभीर आरोप लगने की बात कही है। इतना ही नहीं जेडीयू से नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों के खिलाफ हत्या की कोशिश में धारा 307 के तहत मामले दर्ज हैं। कई मंत्रियों के खिलाफ डकैती, चोरी, धोखाधड़ी, और महिलाओं के खिलाफ हिंसा जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
वहीं नीतीश की कैबिनेट में 21 मंत्री यानी लगभग 72 फ़ीसदी मंत्री करोड़पति हैं जबकि पिछली सरकार में 22 यानी लगभग 79 फीसदी मंत्री करोड़ पति थे। चुनाव आयोग में दाखिल किए गए हलफनामे के मुताबिक नीतीश कुमार के कुल मंत्रियों की औसत संपत्ति लगभग 2.46 करोड़ है। नीतीश की कैबिनेट में मंत्री और लखीसराय से बीजेपी के करोड़पति विधायक की कुल संपत्ति साढ़े पंद्रह करोड़ है। वहीं मुजफ्फरपुर से बीजेपी विधायक और नीतीश कैबिनेट में मंत्री सुरेश कुमार ने अपनी कुल संपत्ति 11 करोड़ बताई है। मुंगेर से जेडीयू विधायक राजीव रंजन सिंह की कुल संपत्ति 5 करोड़ दर्ज है।