भारतीय बैंकों से हजारों करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी नीरव मोदी जल्द भारत आने वाला है। मिली जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन के गृह मंत्री ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे दी है। खास बात है कि लंबे समय से ब्रिटेन की अदालत में चल रहे मुकदमे के बाद भारत को सफलता मिली।
नीरव के पास 14 दिन का समय
ब्रिटेन की गृहमंत्री ने हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित करने के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं। दक्षिण पश्चिम लंदन की जेल में बंद नीरव मोदी के पास गृह मंत्री के आदेश को लंदन की HC में चुनौती देने के लिए 14 दिन का समय है। हालांकि नीरव की कानूनी टीम ने फैसले के खिलाफ अपील करने की पुष्टि नहीं की है।
13,000 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी
बता दें की नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,000 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी करने के मामले में भारत से वांछित है। 25 फरवरी 2021 को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने फैसला दिया था की नीरव मोदी के खिलाफ भारतीय अदालत में चल रहे मामले में उससे शामिल होना चाहिए। करीब 2 साल की कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद जिला जज ने फैसला दिया था कि नीरव मोदी के खिलाफ जो मामला है जिसका जवाब उसे भारतीय अदालत में भी देना है। लेकिन ऐसा कोई सबूत नहीं है जिसके संकेत मिले हैं कि भारत में उसके खिलाफ निष्पक्ष सुनवाई नहीं होगी।
भारत में नहीं रखा जाएगा ध्यान- नीरव
नीरव मोदी ने कहा था कि उसकी मेडिकल जरूरतों का ध्यान भारत में नहीं रखा जाएगा जज ने कहा कि मैं संतुष्ट हूं कि नीरज के खिलाफ जो सबूत है वो उसे धोखाधड़ी मामले में दोषी ठहरा सकते हैं।
फर्जी तरीके से जारी कराए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग
दरअसल CBI ने 31 जनवरी 2018 को मोदी और कई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। नीरव मोदी CBI की FIR दर्ज करने से पहले ही 1 जनवरी 2018 को देश छोड़कर भाग गया। बैंक का आरोप था कि आरोपियों ने फर्जी तरीके से बैंक से लेटर ऑफ अंडरटेकिंग जारी कराएं। वहीं जून 2018 में CBI के अनुरोध पर इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया।
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