नई दिल्ली। बीते शुक्रवार यानि कि 23 अक्टूबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा समीक्षा बैठक किए जाने के बाद लोकसभा सचिवालय ने एक महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही नए संसद भवन का निर्माण शुरू होने वाला है और यह अक्टूबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। इस बैठक में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी शामिल हुए। नए संसद भवन के निर्माण कार्य के दौरान अवरोधक लगाने की योजना और वायु एंव ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए किए जाने वो विभिन्न उपायों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
बता देें कि वायु और ध्वनि प्रदूषण ने दिल्ली को अपनी चपेट में ले लिया है। प्रदूषण का खतरा दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है। जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसके चलते लोकसभा सचिवालय ने जानकारी देते हुए कहा कि नए संसद भवन का निर्माण दिसंवर 2020 में शुरू होगा और अक्टूबर 2022 तक पूरा हो जाएगा। लोकसभा सचिवालय के अनुसार नए संसद भवन में प्रत्येक सांसद के लिए नवीनतम डिजिटल सुविधाओं से लैस अलग कार्यालय होगा। इसी के साथ-साथ नए संसद भवन में काॅन्टिट्यूशन हाॅल, सांसद लाउंज, पुस्तकालय, समितियों के कक्ष, भोजन क्षेत्र, पार्किंग क्षेत्र होगा। निर्माण कार्य की देखरेख करने के लिए एक निगरानी समिति गठित की जाएगी। जिसमें लोकसभ सचिवालय, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के अधिकारी तथा परियोजना के वास्तुकार या डिजाइनर शामिल होंगे।
पिछले महीने टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने नया संसद भवन 861.90 करोड़़ रुपये की लागत से बनाने की निविदा हासिल की थी। नए संसद भवन का निर्माण सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत मौजूदा संसद भवन के पास होगा। सचिवालय ने यह भी बताया कि निर्माण की अवधि के दौरान संसद सत्र, अन्य कार्यक्रम मौजूदा भवन में निर्बाध रूप से जारी रहेंगे। आगे आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बिरला को स्ंासद सत्र के दौरान सहित इस अवधि के दौरान वीआईपी तथा अन्य कर्मचारियों की आवजाही की प्रस्तावित योजना की जानकारी भी दी। इसके साथ ही बैठक के बाद यह जानकारी भी दी गई कि नए संसद भवन के निर्माण के दौरान वायु और धवनि प्रदूषण को रोकने संबंधी कदम अपनाए जाएंगे।