काठमांडू। नेपाल के उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री विमलेंद्र निधि ने मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश किए जाने का विरोध करने के बाद रविवार को प्रचंड मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विदित हो कि निधि की पार्टी नेपाली कांग्रेस और प्रधानमंत्री की पार्टी सीपीएन माओवादी सेंटर के सांसदों ने मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के खिलाफ रविवार को महाभियोग प्रस्ताव पेश किया है।
हालांकि निधि ने अपने दो वाक्यों के इस्तीफे में महाभियोग प्रस्ताव के बारे में कोई जिक्र नहीं किया है। लेकिन उन्होने कहा है कि वह राजनीतिक रूप से सक्रिय रहेंगे और चुनाव व संविधान संशोधन का समर्थन करेंगे। बताया जा रहा है कि महाभियोग प्रस्ताव में कहा गया है कि मुख्य न्यायाधीश पुलिस महानिरीक्षक की नियुक्ति समेत सरकार की कार्यकारी भूमिका में हस्तक्षेप किया है।
वैसे निधि प्रधानमंत्री प्रचंड से इस बात को लेकर नाखुश थे कि उन्होंने राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अध्यक्ष कमल थापा को तीसरे उप प्रधानमंत्री के रूप में अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था। थापा को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद से ही निधि मंत्रिमंडल की बैठकों से दूर रहने लगे थे।