पनामा केस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने दोषी पाया है। सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाने के बाद उन्हें प्रधानमंत्री के पद के लिए अयोग्य ठहराया है। शुक्रवार को पांच न्यायाधीश की बेंच ने पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ अपना फैसला सुनाया है। फैसला सुनाने के बाद एनएबी को यह आदेश दिया गया है कि वह दो हफ्तों के अंदर नवाज शरीफ तथा उनके परिवार के खिलाफ केस दर्ज करें। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले के साथ नवाज शरीफ को तुरंत पद से इस्तीफा देने का भा आदेश दिया है।
पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ पर धनशोधन के जरिए लंदन में संपत्ति जुटाने का आरोप लगा हुआ है। बतौर पीएम रहने के दौरान उनपर यह खुलासा पिछले साल पनामा पेपर लीक में हुआ था। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले में नवाज शरीफ को दोषी पाया गया है। इसके बाद अब उन्हें प्रधानमंत्री का पद से इस्तीफा देना होगा। नवाज शरीफ के बारे में बताया जाए तो वह पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री बन चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट का फैसला शुक्रवार को एक बजे के करीब आया है। पाकिस्तानी गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने पहले ही कहा था कि अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला नवाज शरीफ के विरुद्ध आता है तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और राजनीति को भी त्याग देंगे।
बता दें कि शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए अदालत की ओर सौंपे गए कार्य पर संयुक्त जांच की टीम जेआईटी ने 10 जुलाई को रिपोर्ट सौंपी थी इसके बाद शीर्ष न्यायलय ने सोमवार को सुनवाई की शुरुआत के बाद पनामागेट मामले की लगातार चौथे दिन सुनवाई की। जेआईटी ने अन्य चीजों के साथ ही कहा कि शरीफ की तरफ से जमा दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ की गई थी। दूसरी तरफ अगर नवाज शरीफ द्वारा कुर्सी का त्याग किया जाता है तो उनके छोटे भाई की ताजपोशी तय है।
उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ उनकी जगह ले सकते हैं। वही सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पाकिस्तान में नवाज शरीफ के खिलाफ काफी ज्यादा रोष देखा जा रहा है। भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप साबित होने के बाद नवाज शरीफ का काफी ज्यादा विरोध देखा जा रहा है। नवाज शरीफ ने पनामा के जरिए विदेश में काफी सारी संपत्ति जुटाई थी। लेकिन अब नवाज शरीफ को दोषी पाया गया है।