देश

राजनाथ सिंह ने राम मंदिर निर्माण के लिये 115 देशों से पानी लाने की बात कही, कहा पूरी दुनिया एक परिवार

rajnath singh 1612008845 राजनाथ सिंह ने राम मंदिर निर्माण के लिये 115 देशों से पानी लाने की बात कही, कहा पूरी दुनिया एक परिवार

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अयोध्या राम मंदिर के लिए 115 देशों से पानी लेने के लिए दिल्ली में एक कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मंत्री ने कहा- “भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां ऋषियों ने पूरी दुनिया को अपना परिवार माना और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश दिया। इसलिए जलाभिषेक के लिए पानी और निर्माण सभी देशों से आना चाहिए।

मुसलमानों, बौद्धों, सिखों, यहूदियों और हिंदुओं जैसी जातियों के सभी लोगों के लोगों ने पानी इकठ्ठा  किया गया था। राजनाथ  सिंह ने गणमान्य व्यक्तियों से बात करते हुए समूह से उन 77 देशों से पानी इकठा करने के लिए एक अभियान शुरू करने के लिए कहा जिन्हें छोड़ दिया गया है।

आपको बता दें कि राजनाथ सिंह ने एक ऐसा राष्ट्र होने के लिए भारत की सराहना की जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है। “जब अयोध्या के मंदिर की बात आई तो हमने हिंसा का सहारा नहीं लिया, लेकिन शांतिपूर्ण ढंग से इसका हल ढूंढने का इंतजार किया। हम जाति और पंथ के आधार पर भेदभाव नहीं करते हैं।”

बता दें कि राम मंदिर के लिए दुनिया भर से पानी इकट्ठा करने और सभी धर्मों के लोगों को शामिल करने का अभियान दिल्ली स्टडी ग्रुप के अध्यक्ष विजय जॉली द्वारा शुरू किया गया था। अयोध्या राम मंदिर के लिए सात महाद्वीपों के 115 देशों से पानी इकट्ठा किया गया था। आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, एसआरटीकेटी के महासचिव चंपत राय ने कहा कि रामायण में उल्लेख है कि भगवान राम को राजा के रूप में अभिषेक करने के लिए दुनिया भर से पानी लाया गया था।

हाल ही में दिल्ली के एक गैर सरकारी संगठन ने दावा किया था कि उसने राम मंदिर निर्माण के लिए 115 देशों से पानी मंगवाया है। पिछले साल 25 अगस्त के दिन पानी लाने के अभियान की शुरुआत हुई ।

राम मंदिर के  लिये पानी ऑस्ट्रेलिया, अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, कनाडा, चीन, कंबोडिया, क्यूबा, उत्तरी कोरिया, फिजी, फ्रांस, जर्मनी, गुयाना, हांगकांग, इटली, इंडोनेशिया, आयरलैण्ड, इजराइल, आइसलैंड, भारत, जापान, केन्या, लाइबेरिया, मलेशिया, मकाऊ, मॉरीशस, मोंटेनेग्रो, म्यांमार, मंगोलिया, मोरक्को, मालदीव, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, नेपाल से लाया गया है। खबरों की मानें तो इस पानी को राम मंदिर के गर्भ गृह में स पानी को अर्पित किया जायेगा। इसके साथ ही नॉर्वे, ओमान, पाकिस्तान, पपुआ न्यू गिनी, रूस, रोमानिया, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, सऊदी अरब, सूरीनाम, दक्षिण अफ्रीका, ताजिकिस्तान, थाईलैंड, तिब्बत, ताइवान, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, यूक्रेन, उज्बेकिस्तान, युगांडा, वियतनाम व जिम्बाब्वे आदि देश शामिल हैं।

 

Related posts

यहां जानें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’

bharatkhabar

लखनऊ में बनेगी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाजी एकेडमी, खेल मंत्री ने दी जानकारी

mahesh yadav

गुजरात: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह फूकेंगे चुनावी बिगुल, शुरु होगी 15 दिनों की गौरव यात्रा

Pradeep sharma