प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को एक बार फिर कर्नाटक दौरे पर पहुंचे। जहां सबसे पहले मांड्या में रोड शो किया। इसके बाद मांड्या में बेंगलुरु मैसुरु हाईवे के तहत 12608 करोड़ रुपए के 6 लेन नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी।
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इस दौरान PM मोदी के साथ कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई, नितिन गडकरी भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री इस दौरान कांग्रेस-JDS के गढ़ मांड्या और हुबली-धारवाड़ जिलों में लगभग 16 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे।इसके बाद, वह श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म देश को समर्पित करेंगे। इसे हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता दी गई है।
प्लेटफॉर्म की लंबाई 1,507 मीटर यानी करीब डेढ़ किलोमीटर है। इसके अलावा PM होसापेट रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे। इस स्टेशन को हम्पी के स्मारकों की तर्ज पर डेवलप किया गया है। इसके बाद वे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे (NH-275) का उद्घाटन करेंगे। 118 किलोमीटर लंबे हाइवे को करीब 8480 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है। इससे दोनों शहरों के बीच ट्रैवल टाइम घटकर आधा हो जाएगा। अभी बेंगलुरु से मैसुरु पहुंचने में 3 घंटे लगते हैं। यह हाईवे शुरू होने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी सिर्फ 75 मिनट में तय की जा सकेगी।
बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस-वे बेंगलुरु के बाहरी इलाके में एनआईसीई रोड के पास से शुरू होता है। यह मैसूरु में बाहरी रिंग रोड जंक्शन के पास खत्म होता है। इसके ज्यादातर हिस्से वाहनों के लिए खोल दिए गए हैं। इस एक्सप्रेस-वे पर 8 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर, नौ बड़े पुल, 42 छोटे पुल, 64 अंडरपास, 11 ओवरपास, चार रोड-ओवर-ब्रिज और पांच बाईपास बनाए गए हैं।