प्रियंका गांधी के झाडू लगाने पर तंज कसते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि ये तो रोज का काम है। सफाई करना तो काम काज का हिस्सा है।
इतना ही नहीं हिमंत बिस्व सरमा ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता कि एक महिला का झाड़ू लगाना खबर कैसे है? यह भारत के परिवारों में आम घरेलू काम है, मैंने अपनी मां को झाड़ू लगाते देखा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी का पहले से प्लान था। वरना वीडियो शूट करने के लिए वहां फोटोग्राफर कैसे आया ।
आशीष मिश्रा और किसानों के बीच हुई थी झडप
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और किसानों के बीच हुई झडप में किसान और पत्रकार की मौत पर लखीमपुर खीरी में मामला भड़क गया। वहीं किसानों के परिवारों से मुलाकात करने के लिये जा रही प्रियंका गांधी को सीतापुर में हिरासत में लिया गया था. और उसी दौरान सीतापुर में हिरासत के दौरान प्रियंका गांधी का झाड़ू लगाते हुए वीडियो सामने आया। और अब इस विडियो और फोटो को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा विपक्षी नेताओं केनिशाने पर हैं।
वहीं सरकारी जमीन से बेदखल करने को लेकर उन्होने कहा कि जमीन खाली कराने का काम चल रहा है। चाहे वह मूल लोगों के खिलाफ हो या प्रवासी मुसलमानों के खिलाफ हो, यह राज्य सरकार की भूमि नीति के मुताबिक जारी रहेगी ।
हम 1,000 परिवारों को 77,000 एकड़ जमीन हड़पने की परमिशन नहीं दे सकते
उन्होंने कहा, ‘‘हम 1,000 परिवारों को 77,000 एकड़ जमीन हड़पने की परमिशन नहीं दे सकते इस वजह से खाली कराने का काम चल रहा है। आपको बता दें कि असम के दरांग जिले में जमीन खाली कराने के अभियान के दौरान दो लोगों की मौत पर राजनीतिक दलों और सामाजिक समूहों ने विरोध किया था।
प्रवासी मुसलमान जमीन अतिक्रमण, मूल लोगों की संस्कृति और पहचान खत्म होने के पीछे की मुख्य वजह
वहीं हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि असम में कई लोग स्वतंत्रता पूर्व से यह मानते रहे हैं कि प्रवासी मुसलमान जमीन अतिक्रमण, मूल लोगों की संस्कृति और पहचान खत्म होने के पीछे की मुख्य वजह हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि वो जानते हैं कि ये समुदाय के लोग भाजपा को वोट नहीं देते हैं, ऐसे में वह उन्हें लुभाने पर समय खर्च नहीं करना चाहते।