एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई और मामले की स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान महापंचायत प्रदर्शन के दूसरे दिन बुधवार को भी किसानों की जिला अधिकारियों के साथ बैठक विफल रही। इससे पहले मंगलवार को जिला प्रशासन के साथ किसान नेताओं की बैठक का भी कोई परिणाम नहीं निकला था।
जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक में भाग लेने के लिए 13 प्रतिनिधित्व में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश डकैत कार्यकर्ता योगेंद्र यादव समेत 11 लोग शामिल थे।
बैठक में शामिल होने से पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत बयान जारी करते हुए कहा था, “खट्टर सरकार किसान आंदोलन को करनाल तक सीमित करने की साजिश कर रही है, जो सफल नहीं होगा।”
साथ ही उन्होंने कहा उन्होंने कहा कि दिल्ली एनसीआर की सीमाओं पर किसानों का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वह करनाल में विरोध प्रदर्शन में अपनी ऊर्जा बर्बाद नहीं करेंगे और इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करना चाहेंगे।
इस बैठक से पूर्व किसान नेताओं ने आपस में एक बैठक की थी जहां, उन्होंने स्थानीय प्रशासन को आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई करने का एक और मौका देने का फैसला किया, जिसने 28 अगस्त को पुलिस को विरोध करने वाले किसानों पर बलप्रयोग करने के निर्देश दिए थे।
बैठक में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, करनाल स्थित बीकेयू नेता जगदीप सिंह चढूनी और कई अन्य कृषि यूनियनों के प्रतिनिधियों ने करनाल के जिला कलेक्टर सहित राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से मिलने का फैसला किया।