भारत में मोबाइल फोन मार्केट में चीनी कंपनियां अरबों रुपये की कमाई कर रही हैं। लेकिन देश के विकास में इनका योगदान एक भी रुपए का नहीं है। टैक्स देने का मामले में चीनी कंपनियां फिसड्डी साबित हुई हैं।
अरबों रुपये की कमाई के बावजूद टैक्स चोरी कर रही चीनी कंपनियां
भारत में मोबाइल फोन मार्केट में चीनी कंपनियों जैसे श्योओमी, ओप्पो और वीवो का खासा दबदबा है। यह चीनी टेक कंपनियां भारत में अरबों रुपये की कमाई कर रही हैं। लेकिन देश के विकास में इनका योगदान एक भी रुपए का नहीं है। टैक्स देने का मामले में चीनी कंपनियां फिसड्डी साबित हुई हैं। हर साल इंडियन कस्टमर्स से 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई करने वालीं ये कंपनियां भारत में टैक्स के नाम पर 1 रुपया भी नहीं दे रही हैं। जब भी टैक्स देने की बात आती है, तो ये भारत के टैक्स डिपार्टमेंट को ठेंगा दिखा देती हैं।
कई जांच एजेंसियां चीनी टेक कंपनियों के खिलाफ कर रही जांच
लेकिन अब चीनी कंपनियों की मुसीबत आने वाले दिनों में बढ़ सकती है। दरअसल भारत की कई जांच एजेंसियां चीनी टेक कंपनियों के खिलाफ जांच कर रही है। हाल ही में विभिन्न एजेंसियों ने चीनी फोन कंपनियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसमें आयकर विभाग और डायरेक्टरेट आफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआइ) भी थे। दरअसल, इन कंपनियों ने आय के बारे में ना केवल जानकारी छिपाई है, बल्कि टैक्स से बचने के लिए अपने लाभ की जानकारी भी नहीं दी।
अपनी इनकम के बारे में जानकारी छिपाई
भारत के स्मार्टफोन मार्केट में चीनी कंपनियों की जड़ें जमी हुई हैं। इनके लो बजट से लेकर प्रीमियम स्मार्टफोन तक हर तरह का ऑप्शन मौजूद हैं। भारतीय ग्राहकों से इनकी अच्छी खासी कमाई भी हो रही है। लेकिन टैक्स न देना अब इन कंपनियों के लिए महंगा पड़ सकता है। इन सभी कंपनियों पर आरोप है कि इन्होंने अपनी इनकम के बारे में जानकारी छिपाई है। टैक्स से बचने के लिए प्रॉफिट की जानकारी भी नहीं दी। साथ ही, भारतीय बाजार में घरेलू इंडस्ट्री को तबाह करने के लिए अपने दबदबे का इस्तेमाल किया है। यही वजह है कि सरकार ने इन कंपनियों के खिलाफ व्यापक जांच शुरू की है।