नई दिल्ली। जैसा कि सभी जानते हैं कि 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंयती को देशवासियों द्वारा बड़ी ही धूम-धाम से मनाया गया। इसके साथ ही इस मौके पीएम नरेंद्र मोदी ने बंगाल का दौरा किया था। इसके साथ ही सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने नेताजी की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। इसी बीच आज देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का बड़ा बयान सामने आया है। वेंकैया नायडू ने कहा है कि राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ ‘जय हिंद’ कहना या ‘जन गण मन’ या ‘वंदे मातरम’ गाना नहीं है। जय हिंद का मतलब हर भारतीय की जय हो है, जो तब संभव है जब उनकी जरूरतों का ध्यान रखा जाता है।
नेताजी की जयंती पर युवाओं से किया ये अनुरोध-
बता दें कि एक दिन पहले उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने युवाओं से अनुरोध किया कि वे नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन से प्रेरणा लें और समाज से गरीबी, अशिक्षा, सामाजिक व लैंगिक भेदभाव और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को दूर करने के लिए काम करें। नायडू हैदराबाद में तेलंगाना सरकार के एमसीआर मानव संसाधन विकास संस्थान में बुनियादी पाठ्यक्रम में शामिल प्रशिक्षु अधिकारियों को बोस की जयंती पर संबोधित कर रहे थे। भारत की 65 फीसदी आबादी के 35 साल से कम उम्र के होने का जिक्र करते हुए नायडू ने कहा कि युवाओं को नए भारत के लिए आगे आकर नेतृत्व करना चाहिए।
जय हिंद का मतलब हर भारतीय की जय हो है- उपराष्ट्रपति
इसके साथ ही उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का बड़ा बयान सामने आया है। वेंकैया नायडू ने कहा है कि राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ ‘जय हिंद’ कहना या ‘जन गण मन’ या ‘वंदे मातरम’ गाना नहीं है। ‘जय हिंद’ का मतलब हर भारतीय की जय हो है, जो तब संभव है जब उनकी जरूरतों का ध्यान रखा जाता है, उन्हें ठीक से खाना मिलता हो, वो कपड़े पहनें और भेदभाव का सामना न करें। इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्र का मतलब भौगोलिक सीमा नहीं है, राष्ट्र में सब कुछ है, उनका कल्याण, राष्ट्रवाद है। हमारी एक शानदार सभ्यता है जो एक-दूसरे की देखभाल करने और समस्याओं को साझा करने का प्रतीक है। हमारे पूर्वजों ने हमें सीख दी है कि पूरा विश्व एक परिवार है।