नासा – नासा समय-समय पर अंतरिक्ष से जुड़े तमाम रहस्यों की फोटो, वीडियो सोशल मीडिया के ज़रिये लोगों तक पहुँचता रहता है। आज नासा ने ब्लैक होल की ताज़ा तस्वीरें शेयर की है जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है, जिसे देखकर लोग अपना-अपना रिएक्शन दे रहे है।
नासा ने तस्वीर को बताया असामान्य –
बता दें कि नासा ने चंद्र एक्स-रे ऑब्जर्वेटरी की आधिकारिक इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर एक पोस्ट शेयर किया है। पोस्ट की हुई इस फोटो में एक भव्य ब्लैक होल को दिखाया गया है। नासा ने बताया है कि इस भव्य ब्लैक होल का द्रव्यमान सूरज के द्रव्यमान से लगभग चार गुना ज़्यादा है। नासा का कहना है कि इस ब्लैक होल के द्रव्यमान पर यक़ीन करना मुश्किल है परन्तु यही सत्य है। हम इसके बारे में विस्तार से अध्ययन कर रहे है।
तस्वीर को देख़कर लोगों ने दिए अपने रिएक्शन –
नासा द्वारा शेयर की गयी इस अद्भुत ब्लैक होल की तस्वीर देखकर लोगों ने अपने-अपने रिएक्शन दिए है। नासा द्वारा शेयर की हुई इस तस्वीर को देख़कर एक यूज़र ने लिख़ा है कि यह तस्वीर असामान्य है ऐसा अद्भुत नज़ारा देखने के लिए आपको सालो इंतेज़ार करना पड़ेगा। एक यूज़र ने लिखा है कि यह अद्भुत है, मैने ऐसा पहले कभी न देखा। एक यूज़र ने लिख़ा है कि नासा ने शानदार काम किया है, अंतरिक्ष में अब भी कई रहस्यमय चीजें हैं जो इंसान की कल्पना से परे है। नासा ने कहा है कि इस ब्लैक होल को लेकर उनका अध्ययन अभी जारी रहेगा।
21 मार्च को पृथ्वी के नज़दीक से गुज़रेगा एक एस्ट्रॉयड : नासा –
जैसा कि हमने आपको भारत ख़बर के माध्यम से पहले ही अवगत करा दिया था कि 21 मार्च को पृथ्वी के नज़दीक से एक एस्ट्रॉयड गुज़रेगा। नासा ने इसे अब तक का सबसे बढ़ा एस्ट्रॉयड बताया है। नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार यह एस्ट्रॉयड जिसका आकार गोल्डन गेट ब्रिज के आकार के समान है 21 मार्च को पृथ्वी के बहुत नज़दीक से होकर गुज़रेगा जिसका अभी या विभिन्न शताब्दियों के लिए पृथ्वी से टकराने का कोई ख़तरा न है।
नासा ने बताया है कि एस्ट्रॉयड 2001 एफओ 32 लगभग 3,000 फीट का है और इसकी ख़ोज 20 साल पहले की गई थी। आज बीस साल बाद 21 मार्च को यह नज़ारा देखने के लिए वैज्ञानिक बहुत ज़्यादा एक्साइटेड हैं। सेंटर फ़ॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज़ के निदेशक पॉल चोडास ने कहा है कि हम 2001 एफओ 32 के कक्षीय पथ को सूर्य के चारों ओर बहुत सटीक रूप से जानते हैं क्योंकि यह 20 साल पहले खोजा गया था और तब से अब तक ट्रैक किया गया है।
साथ ही उन्होंने कहा है कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि एस्ट्रॉयड 1.25 मिलियन मील की तुलना में पृथ्वी के करीब पहुंच जाएगा। NEOWISE द्वारा किए गए सबसे हालिया अवलोकनों में, एस्ट्रॉयड 2001 एफओ 32 अवरक्त तरंग दैर्ध्य का उपयोग करके देखा गया था और यह 1 किलोमीटर से कम व्यास (1,300 से 2,230 फीट चौड़ा) के बीच का है। एस्ट्रॉयड 2001 F032 सबसे बड़ा और भी सबसे तेज़ एस्ट्रॉयड में से एक है जो 2021 में पृथ्वी के करीब आएगा।