प्रयागराज: इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी (इविवि) की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव की नींद में मस्जिद की अजान की तेज आवाज से खलल पड़ने वाले मामले में बड़ी खबर सामने आई है।
दरअसल, इस मामले में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने कमिश्नर, आइजी और जिलाधिकारी समेत कई प्रशासनिक अधिकारियों से लिखित में शिकायत की थी। अब इस पर कदम उठाते हुए खुद मस्जिद कमेटी ने मस्जिद की मीनार पर लगे लाउडस्पीकर का रुख प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के घर की तरफ से हटाकर दूसरी ओर कर दिया है।
अब 50 फीसदी आवाज में ही दी जाएगी अजान
मस्जिद कमेटी ने मीनार पर लगे दोनों लाउडस्पीकर्स का रुख दूसरी तरफ कर दिया। कमेटी ने दो लाउडस्पीकर इससे पहले ही हटा लिए थे, क्योंकि मस्जिद में दो ही लाउडस्पीकर लगाने की परमिशन है। साथ ही अब लाउडस्पीकर से अजान 50 फीसदी आवाज में ही दी जाएगी।
मस्जिद कमेटी ने इविवि की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव से खेद भी जताया है। कमेटी ने कहा कि अब उन्हें कोई तकलीफ नहीं होने दी जाएगी। उनके प्रयागराज वापस लौटने पर उनसे बातचीत करके उन्हें संतुष्ट भी किया जाएगा।
यह है पूरा मामला
दरअसल, इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने मस्जिद में लाउडस्पीकर से होनी वाली अजान से नींद में खलल पड़ने को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने अपने भेजे गए पत्र में लिखा कि, रोज सुबह लगभग साढ़े पांच बजे उनके आवास के पास मस्जिद से लाउडस्पीकर पर होने वाली अजान से उनकी नींद बाधित हो जाती है।
इसके बाद वह तमाम कोशिशों के बाद भी सो नहीं पातीं हैं, जिसकी वजह से उन्हें दिनभर सिरदर्द बना रहता है और कामकाज भी प्रभावित होता है। उन्होंने पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी संप्रदाय, जाति या वर्ग के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने लिखा- अजान लाउडस्पीकर के बिना भी की जा सकती है, जिससे दूसरों की दिनचर्या भी प्रभावित न हो। उन्होंने जिलाधिकारी से त्वरित कार्रवाई करने की मांग की।