महाराष्ट्र की धरती एक बार फिर से साधु के खून से लाल हो गई है। कल रात एक साधु की हत्या कर दी गई। जिसको लेकर खूब विवाद हो रहा है।
आपको बता दें, शनिवार रात 12 से 12.30 के बीच पशुपति महाराज नाम के एक साधु की हत्या कर दी गई।
पशुपति महाराज के अलावा एक और शख्स की हत्या की गई है।जिसका नाम भगवान राम शिंदे बताया गया है। हालांकि इस शख्स की पहचान हत्यारोपी साईनाथ के साथी के रूप में हुई है।
नांदेड़ की पुलिस ने हत्यारोपी साईनाथ को रविवार दोपहर तेलंगना से पकड़ा है, फिलहाल उसे हिरासत में लिया गया है।
आरोपी साईनाथ पर 10 साल पहले अपने पिता के साथ मर्डर का केस दर्ज है, 15-20 दिन पहले उस पर एक लड़की के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा था।
एसपी के अनुसार आरोपी का उद्देश्य पहली नजर में लूटपाट पहली नजर में उद्देश्य लग रहा है। बताया जाता है कि वह साधु का भक्त था।
एसपी के अनुसार ऐसा लग रहा है कि उसने अपने साथी भगवान शिंदे को इसलिए मारा क्योंकि वह सुबह से उसके साथ था पर शायद वह इस अपराध में शामिल होने से इनकार कर रहा था इसलिए भंडाफोड़ न हो इसलिए आरोपी ने उसकी हत्या कर दी।
खबरों की मानें तो,आरोपी आश्रम का दरवाजा तोड़कर अंदर नहीं घुसा था बल्कि गेट अंदर से खोला गया था।
साधु की हत्या करने के बाद आरोपी साईनाथ ने उनके शव को ठिकाने लगाने की भी कोशिश की थी।
उसने साधु के शव को उनकी ही कार में रखकर ले जाने की कोशिश की लेकिन कार गेट में ही फंस गई।
इससे मठ के छत पर मौजूद आश्रम के दो सेवादार जाग गए। उन्होंने भागकर आरोपी को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह भागने में कामयाब रहा।
इसी बीच रविवार सुबह जिला परिषद स्कूल के पास एक और डेड बॉडी मिली। जिसको लेकर संदेह जताया जा रहा है।
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साधू के हत्यारे के अरेस्ट होने के बाद कई राज खुल सकते हैं। आखिर उसने अपने ही गुरू की हत्या क्यों कि, आपको बता दें, इससे पहले भी महाराष्ट्र में दो साधुओं को भीड़ ने मार दिया जिसको लेकर काफी विवाद हुआ था। एक बार फिर से साधु की मौत को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं।