अंकारा। तुर्की सैन्य तख्तापलट में मृतकों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है, जबकि घायलों की संख्या 1,154 हो गई है। सरकारी एनादोलु समाचार एजेंसी के अनुसार, अंकारा के गोलबासी जिले में 42 लोगों की मौत हो गई। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एरदोगन ने शनिवार को इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे पर उतरने के बाद कहा कि वह तुर्की के मनमारिस के जिस रिजॉर्ट में रूके थे। उनके रिसॉर्ट छोड़ने के बाद वहां बम से हमला किया गया।
उन्होंने देश में चल रहे तख्तापलट के प्रयासों के लिए तुर्की के इस्लामिक धर्मप्रचारक फेतुल्लाह गुलेन को जिम्मेदार ठहराया। एरदोगन ने पार्टी के महासचिव के अपहरण का खुलासा करते हुए विद्रोहियों से पूछा “तुम लोग महासचिव के साथ क्या करने वाले हो?”
New footage shows helicopters firing a target on the ground in #Turkey: pic.twitter.com/PYY3Q0M8oV
— Philip Lewis (@Phil_Lewis_) July 15, 2016
‘बीबीसी’ की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम का कहना है कि स्थिति पर काफी हद तक नियंत्रण पा लिया गया है और अभी तक 130 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने सेना से तख्तापलट के लिए इस्तेमाल में लाए जा रहे विमानों को मार गिराने के आदेश दिए हैं। इससे पहले, अंकारा में तख्तापलट के लिए इस्तेमाल में लाए जा रहे हेलीकॉप्टर को मार गिराया जा चुका है।
People gathering, chanting “Shoulder to shoulder against the coup” #Turkey pic.twitter.com/BBx8sGRLeC
— Wim Luyckx (@WimLuyckx) July 15, 2016
अंकारा में विमानों और हेलीकॉप्टर के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ‘बीबीसी’ के मुताबिक, अभी तक सेना प्रमुख के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया है। अभी भी कई शहरों से भारी गोलीबारी हो रही है।
‘सीएनएन’ के मुताबिक, इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे को दोबारा खोल दिया गया है और समाचार चैनलों ने भी दोबारा प्रसारण शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि शुक्रवार रात को सेना के एक समूह ने समाचर चैनलों का प्रसारण बंद करवा दिया था।
मैं अभी भी राष्ट्रपति पद पर हूं: एरदोगन
तुर्की की सेना ने शुक्रवार देर रात देश पर कब्जा करने का दावा किया। इस बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एरदोगन ने ‘फेसटाइम’ के जरिए देश को संबोधित करते हुए कहा कि वह अभी भी राष्ट्रपति पद पर बने हुए हैं। उन्होंने विपक्षी बलों को ध्वस्त करने की प्रतिबद्धता जताई।
तुर्की में संसद के पास टैंकों से गोले दागे गए और अंकारा में सैन्य जेट विमानों को उड़ते देखा जा सकता है। एरदोगन ने वीडियो संदेश में कहा, “मैं देश की जनता से सड़कों पर उतरने का आह्वान कर रहा हूं। आओ, इन्हें सबक सीखाएं। मुझे नहीं लगता कि तख्तापलट की यह कोशिश सफल होगी। इतिहास में तख्तापलट की कोई भी साजिश सफल नहीं हुई।”
फर्स्ट आर्मी कमांडर उमित डुंडर ने कहा, “तख्तापलट की साजिश रचने वालों की सेना में मामूली संख्या है। चिंता करने की जरूरत नहीं है।”
तुर्की की समाचार एजेंसी ‘एनादोलु’ ने एरदोगन के हवाले से बताया कि तख्तापलट की कोशिश करने वाले लोगों की पहचान हो गई है। ये आतंकवादी संगठन एफईटीओ/पीडीवआई से जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री बिनाली यिलदिरीम ने शुक्रवार रात को देश को संबोधित करते हुए कहा, “यह लोकतंत्र पर हमला है। हम इसे सहन नहीं करेंगे। लोकतंत्र पर किसी तरह का कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।”
सरकारी समाचार चैनल ‘टीआरटी’ ने बताया कि सेना ने मार्शल लॉ और कर्फ्यू लागू कर दिया है।
(आईएएनएस)