एक अगस्त को होने टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ भारत के मुरली विजय हथियार साबित होगें। गौरतलब है कि रोमांचक मुकाबले की इस सीरीज़ में मुरली विजय भारत के लिए प्रमुख हथियार साबित होंगे।
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हलांकि यह सुनकर झटका जरूर लगेगा आपको लेकिन इसका कारण है।मुरली विजय का पिछले दौरे में प्रदर्शन साफ तौर पर जाहिर करता है कि वह टीम के आधार साबित होंगे।
बतां दें कि टीम इंडिया ने 2014 में जब इंग्लैंड का दौरा किया था। उस दौरान विजय ही एकमात्र ऐसे बल्लेबाज थे। जो 1000 से ज्यादा गेंदों का सामना कर सके थे। मुरली ने 1054 गेंदों का सामना कर 40.20 की औसत से 402 रन हासिल किए थे।
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मालूम हो कि इसमें एक शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं।2014 की उस सीरीज में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों में मुरली का तीसरा नंबर पर रहे थे। वीजय ने लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की दूसरी पारी में 95 रन हासिल कर भारत की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
एसेक्स के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच में अर्धशतक लगाकर अपने अपने प्रदर्शन को दिखा दिया है
बता दें कि विजय ने एसेक्स के खिलाफ तीन दिवसीय अभ्यास मैच में अर्धशतक लगाकर अपने अपने प्रदर्शन को दिखा दिया है। टेस्ट में विजय के साथ कौन सा खिलाड़ी ओपनिंग मे आएगा अभी इस पर कोई खबर नहीं है।शिखर धवन अभ्यास मैच की दोनों पारियों में खाता भी नहीं खोल सके थे।
माना जा रहा है कि इस तरह का भद्दे प्रदर्शन के कारण ही टेस्ट में उनकी जगह लोकेश राहुल को मौका देना चाहिए।देखना होगा कि मुरली विजय के साथ राहुल लोकेश ओपनिंग के लिए आएंगे या नही।कोहली के पास इस सीरीज में गेंदबाजी सभी प्रकार से मजबूत है।