मुंबई। मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन और परेल के बीच बने फुटओवर ब्रिज पर ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने के कारण वहां भगदड़ मच गई। इस हादसे में 22 लोग की मौत हो गई जबकि कई सारे लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। लेकिन इस घटना के बाद कई सारे खुलासे भी किए जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि पुल की मरम्मत नहीं कराई जाती थी और इसे देखने पर भी इसकी हालत बेहद जर्जर दिखाई देती है।
ऐसे में 2015-16 में इस ब्रिज को चौड़ा करने के लिए शिवसेना सांसद राहुल शिवाले की तरफ से एक चिट्ठी लिखी गई है। लेकिन उस वक्त रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि रेलवे के पास फंड नहीं है इसलिए यह काम नहीं कराया जा सकता है। पूर्व रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि इस वक्त ग्लोबल मार्केट में काफी मंदी पड़ी हुई है इसलिए रेलवे के पास भी फंड नहीं है। उन्होंने 2015 23 अप्रैल की चिट्ठी लिखकर ब्रिज को चौड़ा करने की मांग की थी।
वही पहले जहां मुआवजे की राशि मृतकों के लिए 5 लाख रुपए थी तो अब इसे बढ़ा कर 10 लाख रुपए कर दिया गया है। इसके बाद शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने भी 2016 में ब्रिज की मरम्मत की मांग की थी। लेकिन उस वक्त भी सुरेश प्रभु की तरह से यही कहा गया था। आपको बता दें कि शुक्रवार को सुबह से ही बारिश हो रही थी। लेकिन इस दौरान बारिश से बचने के लिए लोग ब्रिज पर आ गए। ब्रिज अंग्रेजों के जमाने का बनाया हुआ बताया जाता है। इसलिए काफी पुराना होने के कारण वह ब्रिज लोगों के वजन को संभाल नहीं पाया।