नई दिल्ली। मल्टी-विटामिन्स को सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता रहा है। पर कहते हैं कि जब किसी चीज को जरुरत से ज्यादा मात्रा में लेना शुरू कर दिया जाए तो ये नुकसानदय साबित हो सकता है। अगर शरीर में किसी विटामिन की कमी है तो उसे मल्टी विटामिन के जरिए पूरा किया जाता है। लेकिन अगर आम ज्यादा मात्रा में मल्टी विटामिन का उपयोग करते हैं तो ये शरीर के लिए घातक साबित हो सकता है। जी हां… एक रिपोर्ट की माने तो मल्टी-विटामिन्स से हार्ट संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा
जब बात हार्ट संबंधी बीमारियों को रोकने की आती है तो हेल्थ सप्लिमेंट्स का या तो बेहद कम असर होता है या फिर वे बेअसर होती हैं। वहीं कुछ हार्ट संबंधी बीमारियों के रिस्क को बढ़ा देती हैं। इसके अलावा अगर आप काफी मात्रा में विटामिन का इस्तेमाल करते हैं तो शरीर में पेट से संबंधित समस्याएं, डायरिया जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
इसके अलावा विटामिन सी या जिंक की अधिकता डायरिया, क्रैंप, गैस्ट्रिक, थकान और घबराहट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा कई विटामिन शरीर में जाकर जमा हो जाते हैं। विटामिन ‘ए’ की अधिकता लीवर को नुकसान पहुंचाती है जबकि विटामिन ‘डी’ की अधिकता से हार्मोनल गड़बड़ी हो जाती है।
ये भी पढ़ें: दिल्ली की धूल भरी हवा से ऐसे करें बचाव, नहीं तो हो सकती है बीमारी
अगर आप एक सीमित मात्रा में मल्टीविटामिन गोलियों का सेवन करते हैं तो ये शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है मगर जब इसका उपयोग काफी अधिक मात्रा में होना शुरू हो जाए तो ये शरीर को नुकसान पहुंचाने लगती है।