लखनऊ: एक जिला एक उत्पाद यानी ODOP की शुरुआत सरकार द्वारा की गई थी, जिसमें सभी जिले के प्रमुख उत्पादों को बड़ा बाजार उपलब्ध करवाने की कोशिश की जा रही है। अब इसमें और बेहतर परिणाम के लिए एकेटीयू के छात्रों की मदद ली जा रही है।
तकनीकी से जोड़कर मिलेगी नहीं पहचान
ODOP उत्पाद को अलग-अलग तकनीकों से कैसे जोड़ा जाए, इस विषय पर आने वाले दिनों में काम किया जाएगा। एकेटीयू से जुड़े उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख संस्थान अपने छात्रों को इस क्षेत्र में जोड़ेंगे। तकनीकी के मामले में छात्रों का सुझाव लिया जाएगा। इसके अलावा एकेटीयू द्वारा एक मेगा हैकाथन आयोजित किया जा रहा है, जिसमें ODOP विभाग भी अपनी मदद देगा। उदाहरण के लिए लखनऊ की चिकनकारी और जरदोजी को कैसे नई पहचान मिले, इस पर छात्रों के सुझाव से नए परिवर्तन किए जाएंगे।
ODOP का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश सरकार के MSME विभाग और एकेटीयू के बीच एक विशेष करार हुआ है, जिसमें एक जिला एक उत्पाद को बड़े स्तर पर ले जाने की कोशिश होगी। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अलग-अलग जिलों में बनने वाले उत्पादों को नई पहचान दिलाना है। छोटे कामगारों को रोजगार उपलब्ध होगा और वैश्विक स्तर पर यूपी के उत्पादों को पहचान मिलेगी।
अब MSME विभाग से जुड़ने के बाद एकेटीयू प्रदेश के सभी जिलों में ODOP उत्पादों को नई पहचान देने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में मेगा हैकाथन की शुरुआत करेगा। इसमें बीटेक और एमबीए के छात्र शामिल होंगे, जिनके सुझाव इस क्षेत्र में नए बदलाव लेकर आएंगे।