मेरठ। एक तरफ भारत ने दो-दो स्वदेशी कोरोना वैक्सीन लाॅंच करके दुनिया में खुद को साबित कर दिया और 16 जनवरी से टीकाकण का काम शुरु करने का भी ऐलान हो चुका है। टीकाकरण का ड्राई रन पूरा हो चुका है बस अब टीके का इंतजार था जो अब से थोड़ी देर पहले खत्म हो गया है। एक तरफ देश कोरोना से लड़ने में सफल हो रहा है वहीं कोरोना के नए रूप स्टेन के मरीजों ने प्रशासन में हड़कंप मचा रखा है। एक तरफ स्चास्थ्य विभाग ने 16 जनवरी से टीकाकरण के ऐलान से एक उम्मीद जगा दी वहीं यूपी के कई जिलों में मिले स्टेन के मरीजों ने प्रशासन के कान खड़े कर दिए हैं।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में नए कोरोना स्ट्रेन के सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। यही वजह है कि मेरठ में स्ट्रेन-2 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शनिवार को बलवंत एन्क्लेव के चार और सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद ब्रिटेन के स्ट्रेन वाले मरीजों की संख्या मेरठ में 9 पहुंच गई है। 6 सैंपलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। लगातार स्ट्रेन -2 के मरीजों की संख्या बढ़ने से मेरठ स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है। हर परिस्थिति से निपटने के लिए उनकी टीमें लगातार बाहर से आ रहे लोगों की मॉनिटरिंग कर रही हैं। फिलहाल नए स्ट्रेन के शिकार सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा दी जा रही है। वहीं, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है और आसपास के रहने वाले सभी लोगों के सैंपल के लिए जा रहे हैं।