अमेरिका। देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया है। जिसके चलते सभी देश कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन के निर्माण कार्य में लगे हुए हैं। इसके साथ ही कुछ देशों ने वैक्सीन का निर्माण कर लिया है। साथ ही नागरिकों को भी दी जाने लगी है। वैक्सीन बनने वाले देशों में एक अमेरिका भी है। जहां अमेरिकी कंपनी pfizer ने कोरोना वैक्सीन तैयार कर ली है। साथ ही बीते बुधवार को संयुक्त राज अमेरिका ने इसके 100 मिलियन डोज का सौदा कर लिया है। वहीं दूसरी तरफ pfizer वैक्सीन को लेकर बड़ी ही बुरी खबर आ रही है। वैक्सीनेशन के बाद एलर्जिक रिएक्शन बहुत ज्यादा है। जिसके चलते एक बार फिर कोरोना से बचाव के लिए कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है।
8 लोगों पर इस वैक्सीन का एलर्जिक रिएक्शन हुआ-
बता दें कि ऑपरेशन वार्प स्पीड के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर डॉ. मोनसेफ सलाई ने कहा कि फाइजर की कोरोना वैक्सीन के एलर्जिक रिएक्शन उम्मीद की बहुत ज्यादा हैं। जिन 8 लोगों पर इस वैक्सीन का एलर्जिक रिएक्शन हुआ है, उनमें 6 अमेरिकी हैं। डॉ मोनसेफ सलाई का यह बयान तब सामने आया है। जबकि इसके ठीक एक दिन पहले संयुक्त राज अमेरिका ने फाइजर कंपनी के साथ कोरोना वैक्सीन के लिए 100 मिलियन डोजेज का सौदा कर लिया है। अभी तक सामने आए इस वैक्सीन के एलर्जिक रिएक्शन्स में चक्कते पड़ना, ब्लड प्रेशर का तेजी से कम होना, सांस लेने में दिक्कत महसूस करना और तेजी से दिल की धड़कन का बढ़ जाना है। इन सबके पीछे वैक्सीन में मौजूद कंपाउंड पोलिथिलीन ग्लाइकोल को माना जा रहा है। जो वैक्सीन की पैकेजिंग में मुख्य रूप से शामिल है। यूके की स्वास्थ्य नियामक एजेंसी ‘एमएचआरए’ ने इस बारे में पहले ही एडवाजरी जारी कर दी थी। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों को एलर्जी से संबंधित किसी भी तरह की समस्या है, वे इस वैक्सीन को न लें। अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन यानी FDA ने भी फाइजर की वैक्सीन के लिए यही एडवाइजरी जारी की है।