नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि बेहतर होता यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘टाइम्स नाउ’ समाचार चैनल को साक्षात्कार देने के बदले संवाददाता सम्मेलन किए होते। कांग्रेस ने यह भी कहा है कि वह निश्चयी नहीं लगे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, “बेहतर होता कि वह एक संवाददाता सम्मेलन किए होते, ताकि अन्य पत्रकारों को भी प्रश्नोत्तर सत्र में सवाल-जवाब में भाग लेने का अवसर मिला होता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मैं यह सोचता भी नहीं हूं कि ऐसा होगा।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी शारीरिक भाषा से रक्षात्मक मुद्रा में दिखे। आजाद ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री को इतना रक्षात्मक पहली बार देखा है। वह शेर जो अप्रैल 2014 में दहाड़ता था, हमने उसे एक बूढ़े शेर के रूप में देखा। वह कमजोर दिखा। वह निर्णायक नहीं दिखा। यह दुखद है।”
कांग्रेस नेता ने मई 2014 में जब से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार सत्ता में आई है, तब से भारत की उस विदेश नीति के परिणाम पर सवाल उठाया, जिसके बारे में प्रधानमंत्री ने विस्तार से बताया।
आजाद ने कहा, “मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को बुलाया। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कई मंचों पर बातचीत की। यहां तक कि वह लाहौर भी चले गए, लेकिन पिछले दो सालों में बदले में क्या मिला? आतंकवाद, जो जम्मू एवं कश्मीर में लगभग समाप्त हो गया था। इन दो सालों में इतनी अधिक घुसपैठ हुई है और संघर्षविराम का उल्लंघन हुआ है कि जितना पिछले 60 सालों में नहीं हुआ।”
साक्षात्कार में पाकिस्तान पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने इस बात का उल्लेख किया था कि पड़ोसी देश में बहुत सारे सत्ता के केंद्र हैं।
(आईएएनएस)