नई दिल्ली। ब्रिक्स देशों के सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि समाज के लिए सबसे घातक आतंकवाद है जिसे खत्म करने के लिए हमें एक होना होगा। मानवता का दुश्मन बन चुका आतंकवाद न सिर्फ बेगुनाहों की हत्या करता है बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बातें जापान के ओसाका शहर में ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान कहा।
BRICS की बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा, ऐसे सुधरेगी समस्या:
भारत के पीएम मोदी ने ब्रिक्स देशों की बैठक में कई प्रकार के टिप्स दिए जिनसे अन्य सदस्यों ने सहमति जताई और इसपर अमल करने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि न्यू डेवलेपमेंट बैंक द्वारा सदस्य देशों के भौतिक और सामाजिक इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा रिन्यूवल एनर्जी कार्यक्रमों में निवेश को और प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
विश्वभर में कुशल कारीगरों का आवागमन आसान होना चाहिए, इससे उन देशों को भी लाभ होगा, जहां आबादी का एक बड़ा हिस्सा कामकाजी की उम्र पार कर चुका है।
ब्रिक्स देशों के बीच तालमेल से एकतरफा फैसलों के दुष्परिणों का निदान कुछ हद तक हो सकता है. हमें रिफॉर्म मल्टीमैटरिलिज्म के लिए अंतर्राष्ट्रीय, वित्तीय और व्यापारिक संस्थाओं तथा संगठनों में आवश्यक सुधार पर जोर देते रहना होगा।
कोलिशियन और डिजास्टर रेजिनियन इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए भारत की पहल अल्पविकसित और विकासशील देशों को प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए उचित इंफ्रास्ट्रक्चर करने में सहायक होगी. मैं आपसे इस कोलिशियन में शामिल होने के लिए आवाह्न करता हूं।
मैंने हाल ही में आतंकवाद पर एक ग्लोबल कांफ्रेंस का आवाह्न किया है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए जरूरी सहमति का अभाव हमें निष्क्रिय ही नहीं रख सकता। आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को प्रमुख प्राथमिकताओं में जगह देने के लिए मैं ब्राजील की सराहना करता हूं।