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PM मोदी ने शांत और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता जाहिर की

PM मोदी ने शांत और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता जाहिर की

पीएम नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय सिंगापुर यात्रा पूरी हुई। यात्रा के आखिरी दिन गुरुवार को प्रधानमंत्री ”आसियान-भारत इनफॉर्मल ब्रेकफास्ट समिट” में शामिल हुए। इसके बाद मोदी ने 13वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान पीएम ने शांत एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए देश की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने सम्मेलन के 10 देशों के बीच बहुपक्षीय भागीदारी और आर्थिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में संबंधों का विस्तार किए जाने की अपील की।

 

PM मोदी ने शांत और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता जाहिर की
PM मोदी ने शांत और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता जाहिर की

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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में पांचवीं बार शामिल हुए हैं। मोदी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में, मैंने सदस्य देशों के बीच बहुपक्षीय तालमेल और आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को विस्तृत करने के बारे में अपने विचार साझा किए। ”मैंने शांत एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत के लिए भारत की प्रतिबद्धता को भी दोहराया”।

इसके सदस्य देशों में 10 आसियान देश इंडोनेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, फिलीपींस, वियतनाम, म्यांमार, कंबोडिया, ब्रुनेई और लाओस के साथ ही ऑस्ट्रेलिया, चीन, भारत, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, रूस और अमेरिका शामिल हैं। मोदी ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन रीट्रीट से पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे समेत अन्य देशों के नेताओं के साथ बातचीत की।

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आसियान-भारत शिखर बैठक में मोदी ने सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि के लिए समुद्री सहयोग और व्यापार के केंद्रीकरण की जरूरत को रेखांकित किया। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आसियान-भारत शिखर बैठक में आसियान देशों के नेताओं से बातचीत हुई। हमें इस बात की खुशी है कि आसियान के साथ संबंध मजबूत हैं और शांत एवं समृद्ध विश्व के लिए हम योगदान दे रहे हैं। पीएम ने कैडेट आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत सिंगापुर गए एनसीसी के कैडेट दल से भी मुलाकात की। वहीं सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और थाईलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं गईं। इनमें व्यापार, रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।

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आपको बता दें कि मोदी की इस यात्रा की शुरुआत बुधवार को प्रतिष्ठित फिनटेक फेस्टिवल को संबोधित करने से हुई थी। बीते 31 मई के अपने सिंगापुर दौरे में प्रधानमंत्री ने अपने सिंगापुरी समकक्ष ‘ली सन लूंग’ के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि भारत और सिंगापुर एक संयुक्त हैकेथॉन (नई तकनीकि एवं प्रयोग का एक मंच) का आयोजन करे।

मोदी के प्रस्ताव के बाद दोनों देशों से 20-20 टीमों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया।गौरतलब है कि इन टीमों में यूनिवर्सिटी और कॉलेज के छात्र शामिल थे।छात्राओं को देश भर से चुना गया है।मोदी ने गुरुवार को भारत-सिंगापुर हैकेथॉन 2018 की 6 विजेता टीमों को सम्मानित भी किया।इनमें तीन दल भारतीय रहे। उन्होंने कहा कि भारत-सिंगापुर हैकाथन युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक मंच है। इससे प्रौद्योगिकी, नवप्रवर्तन और युवा शक्ति को प्रोत्साहन मिला है।

महेश कुमार यादव

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