नई दिल्ली। चुनौतियों को अवसरों में बदलने का वादा करते हुए नव नियुक्त केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को कहा कि मंत्रालय के तीनों मंत्री गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। केंद्र में पर्यावरण मंत्री रहे प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को देश के मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद कहा, “मानव संसाधान विकास मंत्रालय के तीनों मंत्री एक टीम की तरह काम करेंगे।”
उपेंद्र कुशवाहा मई 2014 से ही मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं, जबकि मंगलवार को मंत्रालयों में हुए फेरबदल में जावड़ेकर को मानव संसाधन विकास मंत्री, जबकि महेंद्र नाथ पांडे को मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री बनाया गया है।
जावड़ेकर ने कहा, “(उपेंद्र) कुशवाहा जी यहां पहले से हैं, जबकि मैं और पांडे जी यहां नए हैं। मंत्रालय में कई चुनौतियां हैं, हम इन्हें अवसरों में बदलेंगे।”
देश भर में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की प्रधानमंत्री की आकांक्षा पर जोर देते हुए जावड़ेकर ने कहा, “हमारी मूल प्राथमिकता देश के लगभग 12-13 करोड़ छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराना है। मोदी जी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में मुझे जो भी जिम्मेदारियां सौंपी हैं, उन्हें पूरा करने का मैं प्रयास करूंगा।”
उन्होंने कहा, “गरीबों व दलितों का जीवन बदलने का शिक्षा ही एकमात्र साधन है, इसलिए यह हमारी प्राथमिकता में है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंगलवार को मंत्रिमंडल में किए गए फेरबदल में जावड़ेकर एकमात्र मंत्री हैं, जिन्हें कैबिनेट रैंक में प्रोन्नत किया गया है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की जगह ली, जिन्हें कपड़ा मंत्रालय दिया गया है।
विभिन्न राज्यों द्वारा नई शिक्षा नीति को अपनाने के लिए नहीं होने के बारे में पूछे जाने पर जावड़ेकर ने कहा, “हम सभी मुद्दों पर सभी राज्यों के साथ बातचीत कर रहे हैं। सरकार ने मूलत: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर दिया है और सभी राज्यों को इसके लिए काम करना है। साथ ही हम सभी राज्यों को इस मुद्दे पर मदद करने के लिए तैयार हैं और सभी राज्य इसमें भागीदार हैं।”
मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) मुद्दे को लेकर अदालत में दाखिल हलफनामे को वापस लेने के मामले पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा, “मामला अदालत के अधीन है, इसलिए मैं उसपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।”
उनके पदभार ग्रहण समारोह में स्मृति ईरान की गैर मौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, “उन्हें आज आना था, लेकिन वह कुछ निजी कार्य में फंस गईं।”
स्मृति के कार्यकाल में मानव संसाधन विकास मंत्रालय से संबंधित विवादों के बारे में पूछे जाने पर जावड़ेकर ने कहा, “अच्छे कामों की रिपोर्टिग शुरू कर दीजिए, कोई विवाद नहीं रहेगा।”
नई शिक्षा नीतियों के बारे में उन्होंने कहा कि वह इस बारे में मंत्रालय के अधिकारियों से बातचीत और काम को समझने के बाद ही कोई टिप्पणी करेंगे।
जावड़ेकर ने दिल्ली सरकार की उस मांग पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, जिसमें केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के कॉलेजों में यहां के छात्रों के नामांकन के लिए पांच फीसदी आरक्षण तथा दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में भारी तादाद में केरल व तमिलनाडु के छात्रों के नामांकन लेने के मामले की जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कार्यो की प्राथमिकता तय करने के लिए उन्होंने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
मंत्री ने कहा कि 10 जुलाई को वह पुणे में अपने शिक्षकों का अभिनंदन करेंगे।
स्मृति के बारे में जनता दल (युनाइटेड) के बिहार से राज्यसभा सदस्य अली अनवर की इस टिप्पणी के बारे में कि कपड़ा मंत्रालय स्मृति ईरानी को तन ढकने के लिए दिया गया है, जावड़ेकर ने कहा, “मैंने अब तक जो भी सुना है, यह उनमें सबसे खराब टिप्पणी है।”
(आईएएनएस)