लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने लखनऊ में कहा कि शामली जिले के कैराना के प्रकरण भारतीय जनता पार्टी का सिर्फ एक शिगूफा है। मायावती ने साफ कहा कि भाजपा कैराना में भी दंगा कराने के प्रयास में थी। प्रदेश की सरकार भी उनका हर मामले में साथ दे रही है।
मायावती ने प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि शामली जिले के कैराना में अराजकता तथा गुंडागर्दी के कारण लोग परेशान होकर घर छोड़ रहे हैं। इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी कैराना में दंगा कराने की फिराक में लगी थी। लेकिन मीडिया की सूझबूझ से बीजेपीके यह नापाक इरादे पूरे नहीं हो सके । प्रदेश की समाजवादी पार्टी सरकार जब कैराना में गुंडागर्दी तथा अराजकता रोकने में विफल रही तो बीजेपी ने हिंदू-मुस्लिम का रंग देने की योजना बनाकर वहां पर सांप्रदायिक रंग देकर माहौल को एक बार फिर खराब करना चाहती थी।
मायावती ने कहा कि इससे पहले कांग्रेस और भाजपा के कार्यकाल के दौरान लोग रोजी-रोटी के लिए उत्तर प्रदेश से पलायन करते थे, लेकिन अब समाजवादी पार्टी की गुंडागर्दी से परेशान होकर अपना घर छोड़कर दूसरी जगह जा रहे हैं। जिससे उनकी जान-माल की रक्षा हो सके। लोग जंगलों में रहने को मजबूर है। अब बीजेपी को उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करनी चाहिए।लेकिन सपा ने इनकी मिलीभगत होने के कारण यह ऐसा नहीं कर रहे हैं। मायावती ने कहा कि दंगे में गरीब जनता ही पिसती है। यह दोनों दल लगातार इसी का लाभ लेने की फिराक में रहते हैं।
मायावती ने मांग की जल्द ही उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगे। तो वही बीजेपी की केंद्र सरकार पर आरोप लगया कि केंद्र सरकार ने यूपी सरकार को बेलगाम छोड़ा हुआ है। अब उत्तर प्रदेश की जनता को बीजेपी के साथ सपा से सतर्क रहने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश में जनता से किसी को भी मतलब नहीं है। यहां सपा, कांग्रेस, बीजेपी सब मिले हुए हैं।
सपा से चार वर्ष से जनता बेहद परेशान है। सपा सरकार में 22 करोड़ जनता का जीना दुश्वार हो गया है। समाजवादी पार्टी की अपराध व अराजकता की सरकार है। इनके उत्तर प्रदेश में बहुमत में आने से गुंडों का मनोबल बढ़ा है।
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में उत्तर प्रदेश के हालात पर घडिय़ाली आंसू बहाने वाली मोदी सरकार प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी है। मायावती ने अपनी सरकार में मुलायम सरकार के पुलिस भर्ती घोटाले और मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष घोटाले की जांचों का जिक्र करते उन्होंने मोदी के आरोप को निराधार बताया।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्यसभा और विधान परिषद चुनावों में समर्थित व अधिकृत उम्मीदवारों के हारने से जमीन पर आई भारतीय जनता पार्टी ने अब कैराना का शिगूफा छोड़ा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर व इलाहाबाद की रैली में बाहरी प्रदेश के लोग आए थे।