लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां हजरतगंज स्थित सचिवालय के पास एक दरोगा ने संदिग्ध परिस्थितियों में खुद को गोली मार ली है, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। दरोगा ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया है।
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अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, विधानसभा गेट नंबर 7 पर दरोगा निर्मल चौबे ने संदिग्ध परिस्थितियों में सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली है। वहीं, ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल ने घायल दरोगा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है। खुद को गोली मारने वाले दरोगा निर्मल चौबे की तैनाती बंथरा थाने में थी। इस समय बजट सत्र के दौरान उनकी ड्यूटी विधानसभा के गेट नंबर 7 पर लगी थी।
सिविल अस्पताल में लगा अधिकारियों का जमावड़ा
शुरुआती जानकारी के अनुसार, एसआई निर्मल चौबे वाराणसी के रहने वाले थे और उनका मकान चिनहट में था। उनकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। उनका इलाज चल रहा था। आज इसी कारण से उन्होंने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली और सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, इस घटना की सूचना पर सिविल अस्पताल में जेसीपी लॉ एडं ऑर्डर नवीन अरोरा समेत पुलिस के आलाधिकारी पहुंच गए हैं।
सीएम के नाम लिखा सुसाइड नोट
दरोगा ने खुद को गोली मारने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक पत्र लिखा था। इसमें खुद की बीमारी से परेशान होकर सुसाइड करने की बात लिखी थी। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा- ‘मैं अपनी बीमारी से परेशान हो गया हूं, अब जीने की इच्छा नहीं है। आप से बस इतनी गुजारिश है कि मेरे बच्चों का ख्याल रखिएगा।’
पुलिस कर रही मामले की जांच
वहीं, लखनऊ पुलिस कमिश्नर डी के ठाकुर ने बताया कि, निर्मल चौबे (53 वर्ष) उप निरीक्षक के पद पर बंथरा पुलिस थाने में तैनात थे। गुरुवार को उनकी ड्यूटी विधानसभा गेट नंबर सात के पास पार्किंग में थी। उन्होंने अपराह्र साढ़े तीन बजे अपनी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। वहां मौजूद पुलिसकर्मी उन्हें नजदीक के सिविल अस्पताल ले गए, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि, एक ‘सुसाइड नोट’ मिला है, जिसमें चौबे ने अपने बीमार होने की बात कही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।