लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रैक पर दौड़ने से पहले ही मेट्रो ट्रेन ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहले से ही अपनी पहचान बनाना शुरू कर दिया है। लखनऊ मेट्रो रेल कॉपरेशन को यूरोपियन सोसाइटी फॉर क्वालिटी रिसर्च च्वाइस प्राइस की तरफ से गोल्ड कैटेगरी में एक पुरस्कार से नवाजा गया है।
12 दिसंबर को बर्लिन में आयोजित एक समारोह में वक्रस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर दलजीत सिंह ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। यह पहला मौका नहीं है जब लखनऊ मेट्रो ने कोई पुरस्कार प्राप्त किया हो इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में ही एमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने एपीजे अब्दुल कलाम मेमोरियल समिट के दौरान इनोवशन इन गवर्नेंस अवार्ड प्राप्त किया था। इस अवार्ड को प्राप्त करने के बाद लखनऊ मेट्रो के नाम पर रेलवे ट्रैक पर चलने से पहले दो पुरस्कार हो गए।
लखनऊ मेट्रो की सबसे खास बात यह है कि शहर में 8.5 किलोमीटर के कॉरिडोर को दो साल के छोटे से समय में पूरा कर लिया गया है।