लंबे वक्त से हैं नीतीश लालू साथ
राष्ट्रीय जनता दल में लालू प्रसाद यादव, जनता दल यूनाइटेड के नीतीश कुमार तथा भारतीय जनता पार्टी के सुशील कुमार मोदी लगभग एक ही वक्त में राजनीति में आए थे। तीनों नेता जेपी आंदोलन में विद्यार्थी नेता के रूप में बुलंद मुकाम हासिल किया हुआ था। सुशील मोदी के बारे में बताया जाए तो वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से आए थे। सुशील मोदी केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने बिहार के साथ साथ केंद्र में भी सिक्का जमाया था। हालांकि बात की जाए रामविलास पासवान की तो उन्हें सीनियर कहा जा सकता है। जेपी आंदोलन में शामिल वह नहीं हुए थे लेकिन आपातकाल के विरोध में जेल जाने वालों की श्रेणी में उनका नाम भी शामिल था।
वही आरोपों में घिरने के बाद लालू प्रसाद यादव ने पटना स्थित अपने आवास पर एक बैठक का आयोजन किया है। बैठक अब खत्म हो चुकी है। बैठक के बाद आरजेडी नेता ने मीडिया से बातचीत की है। आरजेडी नेता जगदानंद ने मीडिया से बात कर बताया कि चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन हमारी हस्ती नहीं मिटेगी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव विधायक दल के नेता हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में घृणा की राजनीति चल रही है, और इस बैठक में इस पर वार्तालाप की गई है। उन्होंने बताया कि इस बैठक में सीबीआई के द्वारा की गई छापेमारी पर वार्तालाप नहीं की गई है। जगदानंद ने कहा है कि सीबीआई रेड पर नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव से फोन पर बात की है। उन्होंने बताया कि इस बैठक में देश के मौजूदा हालत पर चर्चा की गई है।