Struggle : लॉकडाउन में कई लोगों ने नौकरी-व्यवसाय और अपनी आय का मुख्य स्त्रोत खो दिया। लॉकडाउन में मजदूर दर-दर को भटकने को मजबूर हो गए। लेकिन हम आप को ऐसी खबर बता रहे है जो लॉकडाउन से पहले मजदूरी करते थे। बंदी में नौकरी गई तो खुद की ही फैक्ट्री लगा डाली, और खुद के साथ कई लोगों के लिए रोजगार पैदा किया।
खुद की जींस फैक्ट्री लगाई
गुजरात की एक जींस फैक्ट्री में काम करने वाले प्रयागराज के मजदूर ने एक गजब का कारनामा कर डाला। प्रयागराज के मजदूर ने खुद की ही जींस की फैक्ट्री लगा डाली। फैक्ट्री लगाकर अब 20 परिवार का पालन पोषण भी कर रहा है।
गुजरात के जींस फैक्ट्री में करते थे काम
लॉकडाउन में गुजरात से अपने घर लौटे कमलेश प्रजापति। कमलेश गुजरात में जींस फैक्ट्री में काम करते थे। यहां वापस आने पर काम नहीं मिला। कमलेश ने घर के सदस्यों की मदद से छोटी सी जींस की फैक्ट्री की शुरुआत कर दी। कमलेश को फैक्ट्री लगाने में कई तरह की बाधाएं आई। अब कमलेश अपने साथियों के साथ मिलकर जींस और कपड़े की पहली खेप भी तैयार कर ली है।
दूसरे लॉकडाउन ने बढ़ाई थी मुश्किले
पहले लॉकडाउन में घर वापस आने के बाद जींस की फैक्ट्री का काम शुरू किया। काम जैसे तैसे आगे बढ़ा लेकिन दूसरे लॉकडाउन ने मुसीबत बढ़ा दी। दूसरे लॉकडाउन के हटने के बाद अब कमलेश ने उत्पादन की पहली खेप तैयार कर ली है। अब कमलेश और उनके साथियों को उम्मीद है कि धीरे-धीरे सामान बिकने लगेगा। हम अपने स्टॉल भी लगाएंगे।