भाद्रपद महीना आते ही में हर कोई भगवान गणेश के स्वागत में जुट जाता है, आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि गणेश स्थापना करते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिये ताकि आपको मिल सके भगवान गणेश की कृपा ।
घर में गणेश जी की को प्रतिमा को कपड़े से ढ़ककर लायें, फिर घर में लाने के बाद मुर्ति से कपड़ा हटा दें, घर में के प्र प्रतिमा वेश से पहले इस पर अक्षत अवश्य डालें। पूर्व दिशा या उत्तर पूर्व दिशा में चौकी बिछाकर प्रतिमा को स्थापित करें। स्थापना करते समय चौकी पर लाल या हरे रंग का कपड़ा बिछायें। इसके बाद चावल के ऊपर भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को स्थापित करें।
इसके बाद भगवान श्री गणेश की प्रतिमा पर गंगाजल छिड़कें साथ ही उन्हें जनेऊ पहनाएं। प्रतिमा के बाएं तरफ चावल रखकर कलश की स्थापना करें। इसके बाद कलश पर स्वास्तिक का चिन्ह बनायें और आम के पत्ते और नारियल पर कलावा बांधकर कलश के ऊपर रखें।
इसके बाद विधि विधान से भगवान गणेश की पूजा शुरू करें, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। और इस दिन को गणेश भक्त बड़ी ही धूंधाम के साथ मनाते हैं। 10 दिनों तक गणेश जी की सेवा की जाती है।
गणपति स्थापना के नियम:-
गणेश चतुर्थी के दिन इन बातों का ख़ास ध्यान रखें नहाने के बाद साफ कपड़े ही पहनें, साथ ही कोशिश करें कि गणेश जी की प्रतिमा मिट्टी की होनी चाहिए। प्लास्टर ऑफ पेरिस या अन्य केमिकल्स से बनी प्रतिमा को सही नहीं माना जाता है।

इसके अलावा ध्यान रखें कि बैठे हुए गणेशजी की मूर्ति हो और उनकी सूंड बांई तरफ मुड़ी हुई होनी चाहिए तथा साथ में मूषक हो तो और भी अच्छा होता है। इन नियमों का पालन करते हुए आप भगवान गणेश को प्रसन्न कर सकते हैं और उनका आर्शीवाद पा सकते हैं।