समय के महत्व को जनता से लेकर अधिकारियों तक पहुंचाना
पीएम मोदी समय को लेकर काफी पाबंद हैं। खुद काम करने के लिए 18 घंटे तक लगातार जागते हैं। इसके साथ ही जब सत्ता में आये तो उन्होने सरकारी कर्मचारियों पर समय की पाबंदी के साथ समय पर काम पूरा करने को लेकर दबाव बना दिया। हर मंत्री को आदेश था कि मंत्रालय से लेकर हर विभाग में कर्मचारियों के आने जाने और काम का लेखा-जोखा रखा जाये। सभी सरकारी कार्यालयों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने के आदेश दे दिए गये। समय बदला लोग धीरे-धीरे मोदी की रफ्तार के साथ चलने को तैयार हो गये ।
स्वच्छ भारत अभियान
देश को विश्व के मानस पटल पर रखने के लिए मोदी ने देश में स्वच्छता को लेकर एक मुहिम नहीं बल्कि एक जंग छेड़ दी। जनता को देश में स्वच्छता के लिए इस कदर तैयार कर दिया, जैसे स्वच्छता एक मिशन बन गया हो। स्वच्छ भारत अभियान के तौर पर भारत में पहली बार खुद प्रधानमंत्री से लेकर हर विभाग के मंत्री अधिकारियों के हाथों में झाड़ू दे कर स्वच्छ भारत मिशन से लोगों को जोड़कर देश में एख बड़ा जन अभियान खड़ा कर दिया। लोगों ने मोदी के इस विजन को इस कदर सराहा जिसके साथ ही मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ लगातार बढ़ने लगा।
आंतकवाद पर पाक के खिलाफ कठोर रवैया
देश में पीएम नरेन्द्र मोदी की अगुवाई की सरकार ने पहली बार पाकिस्तान के नियंत्रण वाले कश्मीर के हिस्से में सेना की ओर से एक बड़ा सर्जिकल स्ट्राइक का अभियान छेड़ा। ये बड़ा ऑपरेशन भारतीय सेना के दृण निश्चय और केन्द्र सरकार के विश्वास की वजह से सकुशल पूरा हो सका। ये कारनाम कर मोदी सरकार ने आंतकवाद को लेकर सरकार के विजन को साफ किया। पूर्ववर्ती सरकारों की तरह नहीं बल्कि आतंकवाद पर साफ किया कि हम भी सीमा पर कर आंतकवाद के खिलाफ जंग करना जानते हैं। सेना के इस कारनामे ने पूरी दुनिया को अचरज में डाल दिया।
भ्रष्टाचार को लेकर सरकार ने बदले नियम
पीएम नरेन्द्र मोदी देश में लगातार पूर्व की सरकारों में हुए भ्रष्टाचार के काले कारनामे से पूरी तरह से परिचित थे। ये कारनामे ही पूर्व की सरकार के सत्ता के जाने में बड़े कारगार साबित हुए थे। जनता ने घोटालों और भ्रष्टाचार से आजिज आकर भाजपा के विजन पर मोदी को केन्द्र की सत्ता दी थी। इसलिए पीएम मोदी ने सत्ता पर बैठते ही सबसे पहले सरकार का एक ठोस निर्यण सामने किया कि अब सभी सरकारी भुगतान ऑनलाइन किए जायेंगे। टेंडरिंग की व्यवस्था भी ऑनलाइन ही होगी । जिससे भ्रष्ट्राचार पर काफी कुछ अंकुश लगेगा। इसके साथ ही सरकारी सिस्टम की कई अन्य व्यवस्थाओं में भी बड़ा परिवर्तन किया। तीन साल की मोदी सरकार पर अभी तक कोई घोटाले में फंसने या भ्रष्ट्राचार को लेकर कोई आरोप नहीं लगे हैं।