मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर एक तरफ जहां बीजेपी कार्यकर्ता ‘मोदी फेस्ट’ मनाने में व्यस्त चल रही है। इस बीच मोदी सरकार के छोटे से लेकर बड़े नेता ‘विश्वास है, हो रहा विकास है’ के नारे के साथ जनता के बीच में जा रहे हैं। तो दूसरी तरफ विपक्ष मोदी सरकार के लिए अपनी रणनीति बनाने में जुटा हुआ है।
शुक्रवार को पीएम मोदी अपनी सरकार का तीसरा साल मना रहे हैं। तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों से मुलाकात कर मोदी सरकार के खिलाफ योजना बना रही है। शुक्रवार को सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों के नेताओं को लंच पर बुलाया है। अटकलें लगाई जा रही है विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए सोनिया गांधी ने सभी नेताओं को एकजुट किया है।
सोनिया गांधी ने ये लंच राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की तरफ से साझा उम्मीदवार तय करने के लिए रखा है। लेकिन इससे भी कई आगे इस लंच के मायने निकाले जा रहे हैं। वही शुक्रवार के लंच के बाद ये तय हो सकता है कि कांग्रेस की आगे की रणनीति क्या है। वही इस लंच में कितने नेता शामिल होते हैं ये देखने वाली बात होगी क्योंकि इस लंच में जो नेता शामिल होंगे वह भविष्य में भई कांग्रेस के साथ जुड़ सकते हैं।
2019 का खाका हो सकता है तैयार
लंच के दौरान कांग्रेस अपनी 2019 की रणनीति बना सकती है और लंच से यह तय हो सकता है कि 2019 की लड़ाई में कौन कांग्रेस से साथ होगा और कौन नहीं होगा।