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#Kisan_Bill के विरोध में जमीन पर लेट गये किसान, टायरों से पाट दी सड़क

#Kisan_bill
  • भारत खबर || जसविंदर सिंह

हनुमानगढ़। केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा लाए गए किसान संबंधी अध्यादेश #Kisan_Bill को वापिस लेने, एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बनाने एवं संपूर्ण कर्जा मुक्ति व स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करवाने की मांग को लेकर पूरे देश में किसान सड़कों पर है।

किसानों ने पूर्व घोषित देशव्यापी चक्का जाम के चलते आज हनुमानगढ़ के बीकानेर हाईवे  पर  गांव मक्कासर में किसानों के द्वारा सुबह 9 बजे से ही चक्का जाम कर दिया गया। किसानों का देशव्यापी चक्का जाम लगातार दोपहर 12 बजे तक निरंतर जारी रहा।

चक्का जाम के दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता मनीष मक्कासर किसान नेता डॉ सौरभ राठौड़ हनुमानगढ़,किसान नेता राय सिंह जाखड़,कहा कि जिस तरह से कोरोना काल के हालातों में केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा पिछले गेट से आनन-फानन में तीन किसान विरोधी काले अध्यादेश लाए गए हैं।

#Kisan_bill
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#Kisan_Bill कर देगा किसानों को बर्बाद

यह तीनों अध्यादेश देश में किसान एवं किसानों को बर्बाद कर देंगे और देश मे कुछ चुनिंदा कारपोरेट कंपनियों का राज हो जाएगा, किसानों ने कहा कि मोदी सरकार देश में एक बार फिर ईस्ट इंडिया कंपनी का पैटर्न लागू करना चाहती है और देश को दोबारा गुलामी एवं सामंतवाद की तरफ धकेलने का षड्यंत्र रच रही है इस षड्यंत्र को देश का बिल्कुल भी कामयाब नहीं होने देगा। 

मजदूर-किसान को अलग नहीं कर सकती सरकार

#Kisan_Bill के विरोध में चक्का जाम के दौरान किसान नेता गुरमीत सिंह चंदडा, उम्मेद सिंह राजावत किसान ने संबोधित करते हुए कहा की इन तीनों अध्यादेशो के विरोध में पूरे देश का किसान सड़कों पर उतर चुका है। केंद्र की मोदी सरकार को इन अध्यादेशो को वापस लेना ही होगा, जब तक यह तीनों अध्यादेश वापस नहीं हो जाते तब तक किसान मजदूर एवं छोटे व्यापारियों की लड़ाई निरंतर जारी रहेगी। 

वही किसानों के द्वारा किए गए चक्का जाम के दौरान सभी नेताओं ने एक सुर में कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा थोपे गए इन तीनों अध्यादेशो #Kisan_Bill से देश के किसानों के साथ-साथ छोटे व्यापारियों के हालात भी बद से बदतर हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसान मजदूर एवं व्यापारी का नाखून और चमड़ी का साथ है मोदी सरकार के द्वारा किसानों, मजदूरों एवं छोटे व्यापारियों को खत्म करने के इस षड्यंत्र को बिल्कुल भी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार इन तीनों किसान विरोधी काले अध्यादेशों को तुरंत वापस ले नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। 

 

 

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