अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी अंतरिम सरकार की घोषणा करती है जिसका शपथ ग्रहण समारोह 11 सितंबर को हो सकता है। आपको बता दें इसी दिन 2001 में अमेरिका पर 9/11 का हमला हुआ था जिसकी 20वीं बरसी है।
कई देशों को भेजा निमंत्रण
जारी रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में नवगठित तालिबान सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए चीन, तुर्की, पाकिस्तान, ईरान, कतर, भारत और दिलचस्प बात यह है कि तालिबान ने अमेरिका को भी निमंत्रण भेजा है।
तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय मान्यता की मांग
अफगानिस्तान में तालिबान ने अपने अंतिम सरकार के अधिकारियों के नाम की घोषणा कर दी है। साथ ही इस बात पर जोर दिया है कि अफगानिस्तान में गठन एक कार्यवाहक व्यवस्था के साथ ही किया जाएगा। इसके साथ ही तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय पहचान की मांग भी की है।
तालिबान पड़ोसियों के संग चाहता है अच्छे संबंध
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने बयान जारी करते हुए है कि, हम मानते हैं कि निवेश के लिए शांति और स्थिरता जरूरी है। हम चीन सहित सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं। मुजाहिद ने आगे कहा कि युद्ध समाप्त हो गया है, देश संकट से बाहर निकल रहा है। यह अब शांति और पुनर्निर्माण का समय है। हमें लोगों का समर्थन करने की आवश्यकता है। अफगानिस्तान को मान्यता प्राप्त होने का अधिकार है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को काबुल में अपने दूतावास खोलने चाहिए।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय मान्यता देने के लिए नहीं है तैयार
हालांकि अभी तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफगानिस्तान में तालिबान की अंतरिम सरकार को मान्यता देने के लिए तैयार नहीं है, साथ ही अमेरिका ने तालिबान की अंतरिम सरकार के गृहमंत्री की गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा भी की है।
अंतरिम सरकार के नेताओं की गिरफ्तारी पर है इनाम
आपको बता दे तालिबान की अंतरिम सरकार के प्रधानमंत्री मोहम्मद हसन अखुंद, संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के अधीन हैं। कार्यवाहक आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी एफबीआई की मोस्ट वांटेड सूची में है, जिसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम है। शरणार्थियों के लिए कार्यवाहक मंत्री के रूप में नियुक्त खलील हक्कानी के सिर पर 50 लाख डॉलर का इनाम है।