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धमकी पर उतरा तालिबान, अमेरिका से कहा- सैनिकों को जल्द वापस बुलाएं नहीं तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा

talibani धमकी पर उतरा तालिबान, अमेरिका से कहा- सैनिकों को जल्द वापस बुलाएं नहीं तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा

अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद अब तालिबान खुद को शहनसाह समझने लगा है। तालिबान ने अब अमेरिका को खुली धमकी दी है और जल्द से जल्द अपने सैनिकों को वापस बुलाने को कहा है।

अमेरिका को तालिबान ने दी धमकी

तालिबान का अफगानिस्तान पर कब्जा होने के बाद वहां के हालात अभी तक अस्थिर बने हुए हैं। अमेरिका और दूसरे नाटो देशों की सेनाएं अफगानिस्तान छोड़कर जा चुकी हैं। लेकिन काबुल एयरपोर्ट पर अभी भी अमेरिकी सेना अपना कब्जा जमाए हुए है। अपने देश के नागरिकों के रेस्क्यू के लिए इन देशों के सैनिक बड़ी संख्या में काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं। इसी बीच अब तालिबान ने अमेरिका को काबुल एयरपोर्ट से सैनिकों को वापस बुलाने की चेतावनी दी है।

‘सैनिकों को बुलाने में देरी तो भुगतना पड़ेगा खामियाजा’

तालिबान अब अमेरिका को आंख दिखाने लगा है। अमेरिकी सेना जहां काबुल एयरपोर्ट पर कब्जा जमाए हुए है। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन भी अपने बयान में साफ कर चुके हैं कि जब तक उनके नागरिक सुरक्षित नहीं पहुंचते अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान नहीं छोड़ेंगे। लेकिन तालिबान को अमेरिका की ये बात अब रास नहीं आ रही है। तालिबान के प्रवक्ता सोहेल शाहीन ने सोमवार को कतर में एक बयान दिया है। जिसमें सोहेल शाहीन ने कहा कि अगर अमेरिका अपने सैनिकों की वापसी में देरी करता है, तो उसको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। 31 अगस्त ही तालिबान की ओर से आखिरी डेडलाइन घोषित की गई है।

बाइडेन ने दिए थे सैनिकों के लंबा रुकने के संकेत

आपको बता दें कि अमेरिका ने पहले कहा था कि वो 31 अगस्त तक रेस्क्यू मिशन को पूरा करके अपने सैनिकों को वापस बुला लेंगे। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बाद में बयान दिया था कि अगर मिशन पूरा नहीं होता है तो अमेरिकी सैनिक 31 अगस्त के बाद भी अफगानिस्तान में रुक सकते हैं।  बाइडेन ने अपने बयान में कहा था कि हमारे और सेना के बीच विस्तार को लेकर चर्चा चल रही है। आशा है कि हमें विस्तार नहीं करना पड़ेगा।

अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद बिगड़े हालात

गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने के बाद वहां के हालात पूरी तरह बिगड़ चुके थे। अमेरिका ने 11 सितंबर से पहले अफगानिस्तान छोड़ने का ऐलान किया था। अमेरिकी सैनिकों के वापस आने के बाद से ही तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था। हालांकि, अभी भी 5 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिक काबुल एयरपोर्ट पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं।

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