पाकिस्तान में करीब एक महीन से जारी सियासी घमासान अब थम गया है। आधी रात अविश्वास प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में इमरान सरकार गिर गई। कुल 174 सांसदों ने उनके खिलाफ वोट दिया जो बहुमत से 2 ज्यादा है। वोटिंग में इमरान या उनका कोई समर्थक सांसद शामिल नहीं हुआ।
यह भी पढ़े
इमरान खान के सत्ता से बेदखल होते ही विपक्षी पार्टियों उनके खिलाफ तीखी बयानबाजी शुरू कर दी है। सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का संयुक्त मोर्चा बनाने वाले मौलाना फजल उल रहमान ने इमरान खान को मसखरा बताते हुए सत्ता परिवर्तन के लिए पाकिस्तान को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह पूरी कौम की कामयाबी है।
इमरान खान अब पूर्व प्रधानमंत्री हो गए हैं। विपक्षी गठबंधन PDM ने उनकी हर चाल नाकाम कर दी। खान साहब बड़े बेआबरू होकर बनीगाला की रिहाइश में पहुंच चुके हैं। इमरान ने करीब चार साल की सत्ता के दौरान नवाज शरीफ, शहबाज शरीफ और पूरे विपक्ष को चोर, डाकू और लुटेरा बताया। इनसे हाथ मिलाना तो दूर कभी दुआ सलाम भी नहीं की। लेकिन, वक्त का पहिया फिरता है और फिरा। अब शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनेंगे। बिलावल भुट्टो डिप्टी प्राइम मिनिस्टर बन सकते हैं। हालांकि, इमरान जो बदहाली फैला गए हैं, उसे सुधारने में बहुत वक्त लगेगा।

पाकिस्तान में 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाने की रवायत जारी है। पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री इमरान खान भी 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव में हारने के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा है।
इमरान खान को सत्ता से बाहर करने की पटकथा इस साल जनवरी से ही लिखी जाने लगी थी। जनवरी में कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि PML-N के नेता शहबाज शरीफ ने इमरान को हटाने के लिए पाकिस्तान की सेना के साथ डील की है।
अब इमरान खान का क्या होगा
ये बड़ा सवाल है। तमाम नेताओं और अफसरों के बिना नॉन ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) हासिल किए देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है। इमरान अब चाहकर भी मुल्क नहीं छोड़ सकते। हालांकि, उनके कई मंत्री और अफसर पहले ही मुल्क छोड़ चुके हैं। मरियम नवाज ने साफ कर दिया है कि इमरान से हर चीज का हिसाब लिया जाएगा। जरदारी का रुख तो मरियम से भी ज्यादा सख्त है। विपक्ष के नेता ख्वाजा आसिफ ने कहा- इमरान को जेल में रहने की आदत नहीं। मुझे तो उनकी अभी से फिक्र हो रही है।